देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (Mahatma Gandhi’s 150th Birth Anniversary) मनाई जा रही है। महात्मा गांधी (Bapu ji) का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। वैसे उनका नाम मोहनदास करमचंद गाँधी है। तो चलिए जानें महात्मा गांधी के कुछ अनमोल (संदेश) विचार
* गांधी जी को पूरी दुनिया में सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह के प्रेरणास्रोत माने जाते हैं।
* बापू जी ने अहिंसा के रास्ते पर चलने की बात आजादी की लड़ाई में शामिल हर शख्स से कही थी।
* गलती को स्वीकार करना चाहिए। इससे भविष्य में गलती करने की सम्भावना कम हो जाती है।
* गांधी जी का कहना था कि हमें पाप से घृणा करनी चाहिए, पापी से नहीं।
* बापू जी ने भगवान महावीर के रास्ते पर चल कर त्याग को अपने जीवन में सदा अपनाए रखा।
* महात्मा गांधी हर धर्म और जाति से जुड़े हुए थे। वे सभी धर्मों के प्रति विशेष आस्था रखते थे।
* गांधी जी का कहना था कि हमें समय को बर्बाद नहीं करना चाहिए।
* बापू जीका कहना था कि अगर मन पवित्र है तो विचार पवित्र होंगे।
* अगर आप दूसरों को बदलना चाहते हैं तो इसकी शुरुआत खुद से करें।
* गांधी जी के तीन बंदरों को एक प्रतीक के रूप में बनाकर “बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो” के बारे में प्रत्येक व्यक्ति के लिए बहुत अच्छा संदेश दिया गया है।
* गांधी जी सत्य के सबसे बड़े प्रचारक थे।
* शांति तक पहुंचने का रास्ता भी शांति का ही है।
* बापू जी के अनुसार किसी व्यक्ति को तो आप कैद कर सकते हैं, लेकिन उसके विचारों को नहीं।
* अच्छे उपदेश देने से कुछ नहीं होता, अच्छे कार्य करने से कुछ अच्छा होता है।
* अच्छे विचारों को अपना साथी बनाना चाहिए।