अजमेर। महात्मा ज्योतिबा फूले की 193वीं जयंति शनिवार को कोरोना वायरस के कारण लाकडाउन के चलते इस बार घरों में ही मनाई जाएगी तथा सार्वजनिक रूप से कोई आयोजन नहीं होगा।
महात्मा ज्योतिबा फूले ने अपना संपूर्ण जीवन मानव जाति की सेवा में समर्पित कर दिया था। प्लेग जैसी महामारी से जूझते लोगों की सेवा में रहते हुए उन्होंने प्राण त्यागे। माली समाज ऐसे त्यागी और मार्गदर्शक महापुरुष का अनुसरण करता रहा है।
महात्मा ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय जागृति मंच के अध्यक्ष पूनमचंद मारोठिया ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिंग अपनाते हुए सभी समाजबंधु अपने अपने घर पर ही रहकर शनिवार शाम 8 बजे महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती के मौके पर मोमबत्ती, दीपक जलाकर महान समाज सुधारक ज्योतिबा को याद करेंगे तथा बिना किसी भेदभाव व छुआछुत के सभी की मदद करने का संकल्प लेंगे।
वर्तमान में कोरोना वायरस से उपजे हालातों में ज्योतिबा फुले के बताए मार्ग के अनुसार हम भी प्राणी जगत की सेवा में सहभागी बनें। इस विकट परिस्थिति में कोई जरूरतमंद या असहाय भूखा न सोए। गली मोहल्ले तक हमें सुविधाएं मुहैया करा रहे कर्मचारियों का हौसला बढाए।
पूर्व मंत्री प्रभूलाल सैनी, माली महासभा के अध्यक्ष छुट्टनलाल सैनी, महात्मा ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय जागृति मंच के महेश चौहान, सावित्री बाई फुले राष्ट्रीय जागृति मंच की अध्यक्ष सुनीता चौहान, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, सुभाष गहलोत, घीसूलाल गढवाल, चेतन सैनी, शारदा मालाकार, नेमीचंद बबेरवाल, दिलीप गढवाल, प्रदीप कच्छावा आदि ने आमजन से महात्मा ज्योतिबा फूल की जयंति घरों रहकर मनाने की अपील की है।