अजमेर। अहिंसा परमो धर्म के प्रतिपादक एवं अग्रदूत जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का 2621वां जन्म कल्याणक महामहोत्सव गुरुवार को श्रद्धा, उत्साह और धार्मिक भावना के साथ मनाया गया।
भगवान महावीर जयंती के मौके पर अजमेर के केसरगंज स्थित श्री दिगंबर जैन जैसवाल मंदिर प्रांगण पर सुबह साढ़ें सात बजे समाजसेवी कैलाशचंद पांड्या द्वारा ध्वजारोहण किया गया। उसके बाद शोभायात्रा का आगाज हुआ। जीवन चारित्र एवं सामाजिक संदेशों से ओत प्रोत ‘जीओ और जीने दो, सत्य, अहिंसा, एवं जैन दर्शन’ का संदेश देती झांकियां बैंड बाजों के साथ निकाली गई।
शोभायात्रा केसरगंज जैन मंदिर से रवाना होकर सेंट एंसलम स्कूल, गोल चक्कर, पड़ाव, टीकमगंज होते हुई मदार गेट पहुंची और आगे नया बाजार के रास्ते होते हुए पुनः जैन मंदिर पर पहुंचकर संपन्न हो गई। शोभायात्रा का चूड़ी बाजार पर नगर निगम के उपमहापौर नीरज जैन की अगुवाई में नगर निगम की ओर से स्वागत किया गया तथा एरावत रथ पर सवार भगवान महावीर की प्रतिमा पर श्रीफल चढ़ाया गया।
इसी तरह गोल प्याउ चक्कर पर भी भाजपा शहर अध्यक्ष डॉ प्रियशील हाडा की ओर से शोभायात्रा का स्वागत किया गया। जगह जगह स्वागत द्वार व भगवान महावीर के साथ साथ जैन धर्म के जयकारों ने माहौल धर्ममय बनाए रखा। पूरी शोभायात्रा में भगवान महावीर के जीवन व सामाजिक संदेशों से सुशोभित करीब तीस झांकियों का समावेश किया गया। स्वर्णमयी सफेद घोड़े के रथ पर भगवान महावीर की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र रही। इसके आगे एक ट्रक में संगीत मंडली भजन एवं नृत्य करती हुई चल रही थी।
इससे पहले श्वेतांबर जैन समाज की ओर से सुंदरविलास स्थित ऋषभदेव भगवान मंदिर से प्रभातफेरी निकाली गई। इसी तरह सिने वर्ल्ड चौराहे स्थित मणिपुंज परिसर से भी प्रभातफेरी निकाली गई जो भगवान महावीर के संदेशों का जयघोष करते हुए विभिन्न क्षेत्रों से निकली।
भगवान महावीर के आज जन्म जयंती के मौके पर जैन समुदाय के दिगंबर व श्वेतांबर समाज में खासा उत्साह देखा जा रहा है। महिला, पुरुष, बच्चे बढ़ चढ़कर धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। समाज की युगल संस्था श्री सन्मति परिषद अजमेर की ओर से सुबह महावीर सर्किल चौराहे पर जैन ध्वज फहराकर महावीर जयंती का संदेश दिया।
बुधवार रात भी पंचशील मंदिर परिसर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। आज सायं साढ़े सात बजे विभिन्न जैन मंदिरों में संगीतमय महाआरती होगी और श्रद्धालु जैन बंधु अपने अपने घरों पर पांच दीपक जलाकर भगवान महावीर और उनके संदेशों को एकजुटता से प्रदर्शित करेंगे।
शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल
अजमेर में आज जैन समुदाय के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर जयंती की शोभायात्रा के दौरान सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के बाहर सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल देखने को मिली।
अजमेर दरगाह शरीफ के मुख्य निजामगेट पर जैसे ही महावीर जयंती का जुलूस पहुंचा खादिम समुदाय ने पुष्प वर्षा कर जुलूस की अगवानी व स्वागत किया। जुलूस जैसे जैसे आगे बढ़ अंतिम छोर पर पहुंचा और मुख्य रथ के ऊपर भगवान महावीर की प्रतिमा के साथ समाज के लोग पहुंचे। खादिमों ने जैन समाज के प्रमुख लोगों की दस्तारबंदी कर कौमी एकता व भाईचारे का संदेश दिया। इस दौरान दो धर्मों के मिलन की मिसाल देखने को मिली।
राजस्थान में करौली हिंसा जहां आज प्रदेश के साथ साथ पूरे देश में चर्चा का विषय है और राजनीतिक दल उसे भुलाने में जुटे हैं वहीं अजमेर में दरगाह शरीफ के बाहर सांप्रदायिक सौहार्द और एकता की मिसाल सकारात्मक संदेश देने वाली रही।