मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके माइकल हसी ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर में से एक हैं।
हसी धोनी की कप्तानी में सात वर्षों का चेन्नई के लिए खेले हैं और उन्होंने धोनी के साथ ड्रेसिंग रुम में लंबा समय बिताया है। हसी मानते हैं कि धोनी अपनी सहजता और मानसिक ढृढता से विपक्षी कप्तानों पर दवाब बना देते हैं।
हसी ने कहा, मेरे ख्याल से धोनी इतिहास के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर हैं। हालांकि यह कहना थोड़ा विवादास्पद हो सकता है क्योंकि दुनिया में कई फिनिशर है लेकिन धोनी समझते हैं कि विपक्षी क्या कर सकते हैं और उसके बाद वह शांत रहकर दबाव झेलते हैं। वह विपक्षी टीम से ज्यादा शांत रहते हैं। धोनी आखिर के दूसरे ओवर में बेहतर गेंदबाज से गेंदबाजी कराते हैं और विपक्षी कप्तान को स्तब्ध कर देते हैं।
उन्होंने कहा, धोनी के पास बेहतरीन ऊर्जा है जो अन्य फिनिशर के पास नहीं है। उन्हें पता है कि कब कौन सा शॉट खेलना है। मेरे पास भी ऐसा आत्मविश्वास नहीं है। धोनी के पास मानसिक ढृढता, संयम और ताकत है। उन्हें पता है कि कब छक्का मारने की जरुरत है और वह उसी समय ऐसा करने में कामयाब होते हैं। मेरे ख्याल से उनके इसी आत्मविश्वास ने उन्हें आगे बढ़ाया है और इसलिए वह सर्वश्रेष्ठ हैं।
हसी ने लक्ष्य का पीछा करते हुए धोनी की मानसिकता के बारे में भी विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, मैं लक्ष्य का पीछा करते समय 12-13 की जरुरी रन रेट नहीं रखने की कोशिश करता था। लेकिन मैंने धोनी से सीखा। वह अविश्वसनीय हैं। वह लक्ष्य का पीछा करते समय भी शांत रहते हैं और मैच को लंबा खींचते है क्योंकि इससे गेंदबाज पर दवाब बढ़ता है।
हसी ने कहा, अगर आप मध्य में आउट हो जाएं लेकिन गेंदबाज को पता है कि टीम में धोनी या माइकल बेवन जैसा खिलाड़ी मौजूद है तो भारत, ऑस्ट्रेलिया या चेन्नई सुपर किंग्स के पास मैच जीतने का मौका रहता है क्योंकि गेंदबाज पर भी दवाब होता है। ऐसे में जब वाइड या नोबॉल आती है जिस पर आप बाउंड्री लगाते हैं। आप अगर विपक्षी टीम से ज्यादा शांत होकर खेलेंगे तो मैच में आपकी पकड़ मजबूत रहेगी।
उन्होंने कहा, धोनी की एक खासियत यह भी है कि वह हार को लंबे समय तक याद नहीं रखते। हां, उन्हें भी हार का गम होता है लेकिन वह जल्द ही इससे उभरते हैं और अगले मैच पर ध्यान केंद्रित करते हैं। यह उनकी काफी अच्छी आदत है।
पूर्व बल्लेबाज ने कहा, रिकी पोंटिंग भी काफी हद तक धोनी जैसे ही हैं। उन्हें इस बात से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता था कि वह अच्छा कर रहे हैं या खराब। वह अपनी भावनाएं हमेशा व्यक्त नहीं करते। वह संतुलित रहते हैं और यह एक बेहतरीन खिलाड़ी की निशानी है।