नयी दिल्ली । पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी 30 मई से होने वाले एकदिवसीय विश्वकप में गॉड फादर के रूप में उतरेंगे।
धोनी इंग्लैंड की ज़मीन पर होने वाले विश्वकप के सबसे अनुभवी खिलाड़ी होंगे। वह इस टूर्नामेंट में एकमात्र ऐसे खिलाड़ी के रूप में उतरेंगे जिसने 300 से अधिक मैच खेल रखे हैं। अपना चौथा विश्वकप खेलने जा रहे धोनी अब तक भारत की ओर से 338 वनडे मैच खेल चुके हैं। इस विश्वकप की 10 टीमों में अन्य कोई खिलाड़ी ऐसा नहीं है जिसने 300 मैच खेले हैं।
भारत को अपनी कप्तानी में 2011 में विश्वकप जिता चुके और 2015 के विश्वकप में सेमीफाइनल तक पहुंचा चुके 37 वर्षीय धोनी का यह आखिरी विश्वकप होगा। धोनी अपने अंतिम विश्वकप को एक अौर खिताबी जीत के साथ यादगार बनाना चाहेंगे। भारतीय टीम में कप्तान विराट कोहली 227 मैच, उपकप्तान रोहित शर्मा 206 मैच, रवींद्र जडेजा 151 मैच, शिखर धवन 128 मैच और भुवनेश्वर कुमार 105 मैच खेल चुके हैं।
अनुभव और वनडे में ज्यादा मैच खेलने के मामले में धोनी के सबसे नज़दीकी प्रतिद्वंद्वी वेस्टइंडीज़ के क्रिस गेल हैं जिन्होंने 286 मैच खेले हैं। पिछले कुछ वर्षाें में अधिकतर समय विंडीज़ टीम से बाहर रहने वाले गेल को इस विश्वकप के लिये कैरेबियाई टीम में शामिल किया है। वह वेस्टइंडीज़ की टीम में 150 से अधिक वनडे खेलने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। वेस्टइंडीज़ की टीम 1975 और 1979 में विश्वकप विजेता रही थी।
पाकिस्तान के ऑलराउंडर शोएब मलिक 284 मैचों के साथ इस विश्वकप के तीसरे सबसे अनुभवी खिलाड़ी होंगे। मलिक पाकिस्तान की टीम में भी सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। पाकिस्तान ने 1992 में इमरान खान की कप्तानी में विश्वकप जीता था। पाकिस्तान की टीम के एक अन्य खिलाड़ी मोहम्मद हफीज़ ने 210 मैच अौर कप्तान सरफराज़ अहमद ने 106 मैच खेले हैं।
न्यूजीलैंड के विस्फोटक बल्लेबाज़ रॉस टेलर 218 मैचों के साथ एक अन्य अनुभवी खिलाड़ी होंगे। कीवी टीम में कप्तान केन विलियम्सन ने 139, टिम साउदी ने 139 और मार्टिन गुप्तिल ने 169 मैच खेले हैं। बंगलादेश की टीम में कई दिग्गज खिलाड़ियों को रखा गया है और यह टीम अनुभव के लिहाज़ से अन्य कई टीमों पर भारी पड़ती है। मशरफे मुर्तजा ने 206 मैच, मुशफिकुर रहीम ने 204 मैच, शाकिब अल हसन ने 198 मैच, तमीम इकबाल ने 192 मैच और महमूदुल्लाह ने 174 मैच खेले हैं।
गत चैंपियन आस्ट्रेलियाई टीम में कप्तान आरोन फिंच 109 मैचों के साथ अपनी टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। पूर्व कप्तान स्टीवन स्मिथ ने 108 मैच, ओपनर डेविड वार्नर ने 106 मैच और ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने 100 मैच खेले हैं।
मेजबान इंग्लैंड के पास इयोन मोर्गन के रूप में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं जिन्होंने 199 मैच खेले है और विश्वकप में अपनी टीम का पहला मैच खेलते ही वह 200 वनडे पूरे कर लेंगे। जोस बटलर ने 131 और जो रूट ने 132 मैच खेले हैं।
दक्षिण अफ्रीका की टीम में अोपनर हाशिम अमला 174 मैचों के साथ सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। अन्य खिलाड़ियों में कप्तान फाफ डू प्लेसिस ने 134, डेल स्टेन ने 123, डेविड मिलर ने 120, क्विंटन डी काक ने 106 अौर जे पी डुमिनी ने 104 मैच खेले हैं।
वर्ष 1996 का विश्वकप जीतने वाली श्रीलंकाई टीम में लसित मलिंगा और एंजेलो मैथ्यूज़ दो ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 200 से अधिक मैच खेले हैं। मलिंगा ने 218 और मैथ्यूज़ ने 203 मैच खेले हैं। तिषारा परेरा 153 और लाहिरू तिरिमाने 117 मैच खेल चुके हैं। अफगानिस्तान की टीम में मोहम्मद नबी और पूर्व कप्तान असगर अफगान 100 से अधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। असगर ने 100 और मोहम्मद नबी ने 111 मैच खेले हैं।