इंदौर । महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने ऑटोमोटिव इंजीनियर्स की एक प्रोफेशनल सोसाइटी, एसएईइंडिया, के सहयोग से बहुप्रतीक्षित बाहा श्रृंखला के 12वें संस्करण शुरू करने की घोषणा की। फाइनल इवेन्ट 24 जनवरी से 27 जनवरी, 2019 तक इंदौर के पास पीथमपुर में नैट्रिप (एनएटीआरआईपी) में आयोजित किया जाएगा, और इसके बाद का कार्यक्रम चंडीगढ़ के पास आईआईटी रोपड़ में 8 से 10 मार्च 2019 तक आयोजित होगा।
बाहा एसएई इंडिया 2019 के लिए 363 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं, जिनमें से 201 टीम परंपरागत एम-बाहा के लिए, और 50 टीमों को वर्चुअल राउंड से ई-बाहा के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। बाहा एसएई इंडिया छात्रों को 4 दिनों के कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर देता है, जिसमें छात्रों को एक सिंगल सीटर चार व्हील वाले ऑल-टेरेन वाहन (एटीवी) को डिजाइन करने, निर्माण करने, परीक्षण करने और सत्यापन करने का कॉन्सेप्ट विकसित करने का कार्य दिया जाता है। इस कार्यक्रम में तकनीकी निरीक्षण, डिजाइन, लागत और बिक्री प्रस्तुति जैसे स्टेटिक मूल्यांकन, और एक्सेलेरेशन, स्लेज पुल, मैन्यूवरबिलिटी जैसे डायनामिक इवेन्ट्स शामिल होंगे। सस्पेंशन और ट्रैक्शन के बाद 4 घंटे का एंड्यूरेंस इवेन्ट होगा।
बाहा एसएई इंडिया की उल्लेखनीय विशेषता है कि इसके लिए हर वर्ष नई थीम को अपनाया जाता है। इस वर्ष बाहा 2019 की थीम ‘‘एडवेंचर रीलोडेड’’ है, जो उभरते इंजीनियरों के जुनून, कड़ी मेहनत और दृढ़ता, और चुनौतियों को स्वीकार करने के उत्साह और अधिकतम प्रयास करने की क्षमता जश्न मनाता है।
भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की शुरुआत का लाभ लेने के लक्ष्य के साथ बाहा एसएई इंडिया ने 2015 में ई-बाहा सीरिज शुरू की थी। जहां पारंपरिक बाहा वाहन, 10 एचपी ब्रिग्स और स्ट्रैटन गैसोलीन इंजन पर चलते हैं, जो सभी 201 एमबाहा टीमों के लिए आम बात है, तो वहीं ई-बाहा वाहन इलेक्ट्रिक मोटर पर 6 किलोवाट की अधिकतम विद्युत शक्ति के साथ चलेंगे और रिचार्जेबल लिथियम-आयन बैटरी पैक द्वारा संचालित होंगे। यहां, छात्र मोटर, कंट्रोलर और बैटरी को लेकर अपना बैटरी मैनेजमेंट सिस्टिम बनाने और डिजाइन करने के लिए स्वतंत्र हैं। इस वर्ष हमने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए मानव संसाधन की आवश्यकता पर विचार करते हुए, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग क्षेत्र से अधिक छात्रों को कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया है।
बाहा 2019 के लिए, मध्य प्रदेश के 10 कॉलेजों ने पीथमपुर में फाइनल इवेंट के लिए क्वालिफाई किया है। इंदौर के पीथमपुर में आयोजित बाहा 2018 कार्यक्रम के पहले भाग में, ई-बाहा के लिए प्रतिष्ठित सम्मान श्रीमती काशीबाई नवले कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे को मिला। ई-बाहा के लिए डीवाई पाटिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे को एम-बाहा के लिए संयुक्त विजेता घोषित किया गया। गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, कोयंबटूर को बाहा 2018 के दूसरे भाग में विजेता घोषित किया गया था, जो 8 मार्च से 11 मार्च 2018 तक पंजाब के आईआईटी रोपड़ में आयोजित किया गया था।
बाहा के फाइनल इवेन्ट के लिए, देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों से आईं प्रविष्टियां जुलाई 2018 में पंजाब के चितकारा विश्वविद्यालय में आयोजित वर्चुअल राउंड में प्रदर्शित की गईं, जहां उन्होंने बाहा बग्गी वाहन के लिए बनाये गये अपने डिजाइन प्रस्तुत किये, जिनको कॉलेजों ने फाइनल इवेन्ट में पेश करने के लिये तैयार किया था। क्वालिफाइंग टीमों को उनकी सीएडी डिजाइन, सीएई विश्लेषण और रोल केज, सस्पेंशन, स्टीयरिंग और ब्रेक के डिजाइनों के साथ-साथ उनकी नियम पुस्तिका टप्ट। के सत्रों और उनको तत्काल दिये गये विषयों पर मूल्यांकन के माध्यम से चयन किया गया था। वर्चुअल बाहा में प्रस्तुत प्रविष्टियां मॉक-अप थीं जो प्रतिभागियों द्वारा सटीक विशेषताओं के साथ बनाई गई थीं। अंतिम दौर में टीमों ने अपनी स्वयं की बग्गी रेस कार बना कर ऑटोमोबाइल से सम्बंधित अपने कौशल, समझ और जुनून का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, एसएई इंडिया के प्रेसिडेंट डॉ. बाला भारद्वाज ने कहा कि ‘‘एसएई इंडिया में, हम 2007 में इसकी स्थापना के बाद से बाहा एसएई के उद्देश्यों का प्राप्त करने में सफल रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में, हमने सफलतापूर्वक इंजीनियरिंग कॉलेजों में ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग के बारे में उत्साह पैदा किया है। वास्तव में, एक संगठन के रूप में हम ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग के लिए जुनून पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए बाहा इंडिया से बेहतर प्लेटफॉर्म क्या हो सकता है।’’
गेब्रियल इंडिया लिमिटेड के सीनियर वीपी और सीओओ (सीवीआरबीयू), और बाहा एसएई इंडिया 2019, पीथमपुर के संयोजक श्री उमेश शाह ने कहा कि ‘‘पिछले 11 संस्करणों से बाहा इंडिया उद्योग और अकादमिक संस्थानों को एक साथ लाकर ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग के भविष्य के लिए एक अद्वितीय अवसर प्रदान कर रहा है। इवेंट स्ट्रक्चर व्यवहारिक अनुभव प्रदान करता है, जो छात्रों को टीम वर्क और प्रतिस्पर्धात्मकता जैसे महत्व्पूर्ण और व्यावसायिक सफलता कौशल सीखने में मदद करता है। यह संभावित नियोक्ताओं को अपनी कंपनियों के लिए सर्वोत्तम मानव संसाधन हासिल करने का एक आदर्श प्लेटफॉर्म है।’’