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महिंद्रा लॉजिस्टिक्स का वित्त वर्ष 2019 प्रोफिट आफ्टर टैक्स - Sabguru News
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महिंद्रा लॉजिस्टिक्स का वित्त वर्ष 2019 प्रोफिट आफ्टर टैक्स

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महिंद्रा लॉजिस्टिक्स का वित्त वर्ष 2019 प्रोफिट आफ्टर टैक्स

महिंद्रा लॉजिस्टिक्स का वित्त वर्ष 2019 का राजस्व पिछले साल की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक- 3851 करोड़ रुपए पर पहुंचा, प्रोफिट आफ्टर टैक्स 32 प्रतिशत बढ़कर 86 करोड़ रुपए पर

मुंबई : देश की सबसे बडी थर्ड पार्टी लाॅजिस्टिक्स साॅल्यूशन प्रदाता कंपनियों में से एक महिंद्रा लाॅजिस्टिक्स लिमिटेड (एमएलएल) ने 31 मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष और तिमाही के समेकित वित्तीय परिणामों की आज घोषणा की।

वित्त वर्ष 2018 की तुलना में वित्त वर्ष 2019 का प्रदर्शन :

  • राजस्व में 13 प्रतिशत की ब-सजयोतरी, 3416 करोड़ रुपए से बढ़कर 3851 करोड़ रुपए पर पहुंचा।
  • ईबीआईटीडीए 26 प्रतिशत ब-सजया, 126 करोड़ रुपए से बढ़कर 159 करोड़ रुपए पर।
  • पीबीटी में 31 फीसदी वृद्धि, 102 करोड़ रुपए से बढ़कर 133 करोड़ रुपए पर।
  • प्रोफिट आॅफ्टर टैक्स 32 प्रतिशत बढ़कर 65 करोड रुपए से 86 करोड़ रुपए पर।
  • प्रोफिट आॅफ्टर टैक्स में 36 प्रतिशत की वृद्धि, 66 करोड रुपए से 90 करोड़ रुपए पर, आरएसयू/ईएसओपी प्रभार के लिए समायोजित।
  • ईपीएस (डाइल्यूटेड) 32 प्रतिशत ब-सजया, 9.04 रुपए की तुलना में 11.97 रुपए।

वित्त वर्ष 2018 की चैथी तिमाही की तुलना में वित्त वर्ष 2019 की चैथी तिमाही का प्रदर्शन :

  • राजस्व में 14 प्रतिशत की ब-सजयोतरी, 893 करोड़ रुपए से बढ़कर 1015 करोड़ रुपए पर पहुंचा।
  • ईबीआईटीडीए 11 प्रतिशत ब-सजया, 39 करोड़ रुपए से बढ़कर 43 करोड़ रुपए पर।
  • पीबीटी में 10 फीसदी वृद्धि, 39 करोड़ रुपए से बढ़कर 43 करोड़ रुपए पर।
  • प्रोफिट आॅफ्टर टैक्स 14 प्रतिशत बढ़कर 21 करोड रुपए से 24 करोड़ रुपए पर।
  • प्रोफिट आॅफ्टर टैक्स में 25 प्रतिशत की वृद्धि, 21 करोड रुपए से 27 करोड़ रुपए पर, आरएसयू/ईएसओपी प्रभार के लिए समायोजित।

कंपनी के निदेशक मंडल ने लाभांश में 18 प्रतिशत (1.80 रुपए प्रति शेयर) की वृद्धि की अनुशंसा की है।

वित्त वर्ष 2019 की प्रमुख हाइलाइट्स :

  • रुपये में सुधार के लिए वर्ष के लिए फ्री नकदी प्रवाह 71 करोड़ रुपये की तुलना में 39 करोड़ सकारात्मक। वित्त वर्ष 18 में 32 करोड़ नकारात्मक था।
  • आरएसयू/ईएसओपी प्रभार के लिए समायोजित पीबीटी 57 बीपीएस से 3.04 प्रतिशत बढ़कर 3.61 प्रतिशत।
  • पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में आरओसीई में सुधार, 25.5 प्रतिशत से 28.1 फीसदी।
  • पहली बार एससीएम बिजनैस के नाॅन आॅटो सेगमेंट में कंपनी का राजस्व 1000 करोड रुपये के पार।
  • नॉन-एम एंड एम एससीएम सेगमेंट में वेयरहाउसिंग और अन्य मूल्य वर्धित गतिविधियों का अनुपात 26 प्रतिशत तक पहुंचा।
  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के तहत भारत भर में 10,000 से अधिक ड्राइवरों का प्रशिक्षण पूरा, हमारी सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल।

परफाॅर्मेन्स पर टिप्पणी करते हुए, महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के सीईओ श्री पिरोज-शा सरकारी (फिल) ने कहा, ‘‘महिंद्रा लॉजिस्टिक्स ने अपनी टॉपलाइन में 400 करोड़ रुपए और अपनी बाॅटम लाइन में 21 करोड रुपए जोडे हैं। हमने सभी सेगमेंट में संचालन दक्षता के कारण मार्जिन विस्तार हासिल किया है। हमने वित्त वर्ष 19 के लिए 39 करोड रुपए का सकारात्मक नकदी प्रवाह हासिल किया, जबकि पिछले 2 वर्षों में यह नकारात्मक था। नाॅन-एम एंड एम वेयरहाउसिंग और मूल्य-वर्धित सेवाओं में हमने वित्त वर्ष 18 की तुलना में 30 प्रतिशत तक ब-सजय़ोतरी हासिल की है।

हम लाभांश में 18 प्रतिशत (1.80 रुपए प्रति शेयर) की वृद्धि करते हुए प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं। ‘‘मु-हजये यह बताते हुए भी बहुत खुशी हो रही है कि इस साल हमने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के तहत भारत भर में 10,000 से अधिक ड्राइवरों को प्रशिक्षित करने की अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखा। जिन ड्राइवरों को प्रशिक्षित किया गया, वे न केवल हमारे संचालन के लिए काम कर रहे थे, बल्कि समूचे उद्योगर में भी वे कार्यरत थे। मैं यह दोहराना चाहता हूं कि ‘‘मेक इन इंडिया‘‘ को सफल बनाने के लिए हमें ‘‘मूव इन इंडिया‘‘ को और अधिक कुशल बनाना होगा।‘‘