अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लब देव के राज्य को नशे की तस्करी और नशा मुक्त करने के अभियान को पिछले दो माह में बड़ी सफलता मिली है, नशे के खिलाफ चलाए गए इस अभियान में 20,000 किलो भांग, 5,00,000 बोतल फेनसेडली, कोडेक्स और अन्य नशील पदार्थ जब्त किए गए हैं और पांच पुलिसकर्मियों समेत कुल 43 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
विगत नौ मार्च को कार्यभार संभालने के बाद सरकार ने नशे के गोरखधंधे में लिप्त सभी गिरोहों का भांडाफोड़ करने का लक्ष्य निर्धारित किया। जिसमें नशीले पदार्थों के लाने-ले जाने, भंडारण को इसकी खेप को नष्ट करने का काम तेजी से चल रहा है।
भाजपा-आईपीएफटी सरकार ने 100 दिन के भीतर 10 वर्षों से चल रहे भांग के बागों, पश्चिमी और दक्षिणी त्रिपुरा के सीमावर्ती इलाकों से होने वाली तरस्की और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार ने त्रिपुरा के दो पुलिस निरीक्षकों दीपक दास और विश्वजीत देववर्मा, दो उप निरीक्षकों छायेद उद्दीन और मानस पाल और एक सह उप निरीक्षक ध्रूबा मजूमदार को नशे के गिरोह से संबंधों आरोप में निलंबित कर दिया है।
उप पुलिस महा निरीक्षक अरिंदम नाथ ने बताया कि सरकार ने त्रिपुरा को नशा मुक्त करने का निर्णय लिया है और हमलोग अपना काम कर रहे हैं। नशे की तस्करी के खिलाफ सघन अभियान और जांच जारी है और हम इस अभियान को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।