जयपुर। अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर क्रीड़ा भारती राजस्थान द्वारा 19 से 21 जून तक तीन दिवसीय ऑनलाइन योग शिविरों का आयोजन सभी 33 शासकीय जिलो में एक साथ किया गया। इनमें लगभग 150 से अधिक शिक्षकों ने तीन दिन तक सुबह 6.30 से 7.30 तक योग करवाया।
इन शिविरों में योगासन के साथ प्राणायाम, ध्यान व कोरोना के पश्चात प्रभाव को कम करने के लिए विशेष योग व प्राणायाम कराये गये। साथ ही योग करने वालों के प्रश्नों का उत्तर भी योग शिक्षकों द्वारा दिया गया।
जयपुर में शेखर शर्मा, ध्यान फाउंडेशन, धनिष्टा सावंरिया, शालिनी शर्मा, सतपाल सिंह, अजमेर में डॉ., स्वतंत्र कुमार अंतरराष्ट्रीय योग रेफरी, झुंझुंनुं में डॉ. शरद शर्मा, उदयपुर के आलोक संस्थान में विक्रम सिंह चंदेला व भीलवाड़ा में मदन ने योगाभ्यास कराया। ऑनलाइन योग शिविरों में सभी ने परिवार सहित उत्साह से भाग लिया।
इन शिविरों के समापन के अवसर पर सोमवार को जयपुर के सहकार मार्ग स्थित सेवा सदन में चल रहे तीन दिवसीय शिविर में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ओलम्पियन व अर्जुन अवार्डी गोपाल सैनी ने संबोधन दिया।
उन्होंने कहा कि कोरोना में वही व्यक्ति बच सके हैं जो नियमित रूप से योग या अन्य कोई व्यायाम करते थे। उन्होंने योग को दैनिक जीवन का अंग बनाने का आह्वान किया। इस अवसर पर सेवा भारती के मंत्री मूलचंद सोनी भी उपस्थित रहे। योग शिक्षिका धनिष्टा सांवरिया को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
क्रीड़ा भारती के प्रदेश संयोजक मेघ सिंह ने बताया कि योग हिन्दू संस्कृति का अभिन्न अंग है। योग अभ्यास द्वारा हम सभी स्वस्थ, प्रसन्न, शांतिपूर्ण व गरिमामय जीवन जीने का आनंद प्राप्त कर सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को विश्व योग दिवस घोषित किया गया है। क्रीड़ा भारती द्वारा इस बार राजस्थान के 33 जिलो में ऑनलाइन शिविरों का आयोजन किया था। 150 से अधिक योग शिक्षक प्रदेश भर में योगासन व प्राणायाम कराए।