अजमेर। चुनावी सरगर्मी के बीच रविवार को विजय लक्ष्मी पार्क में आयोजित दीपावली स्नेह मिलन समारोह में माली समाज ने एकजुटता दिखाते हुए अपनी राजनीतिक ताकत का अहसास करा दिया और जातिगत समीकरण के दम पर दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों बीजेपी और कांग्रेस से माली समाज को टिकिट वितरण में सम्मानजनक प्रतिनिधित्व देने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई।
दीपावली स्नेह मिलन के नाम पर जिस तरह माली समाज की एकजुटता सामने आई है उससे राजनीतिक पार्टियों के माथे पर बल पडने स्वाभाविक है। परंपरागत रूप से भाजपा का वोट बैंक माना जाता रहा माली समाज अब कांग्रेस से भी गुरेज करता नहीं दिख रहा। समाज के अग्रणी नेतृत्वकर्ताओं ने साफ कर दिया कि समाज उस पार्टी के साथ है जो माली समाज को अधिक राजनीतिक प्रतिनिधित्व देगा।
सम्मेलन में कांग्रेस और बीजेपी से जुटे माली समाज के नेताओं ने भी समाज पर अपनी पकड दिखाने के लिए भीड जुटाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोडी। माली सैनी महासभा का समाज के विभिन्न संगठनों को एक मंच पर लाने का प्रयास सफल रहा और आने वाले दिनों में माली समाज की यही एकता राजनीतिक पार्टियों के लिए मुश्किल खडी कर सकती है।
समाज के नेताओं ने मंच से आहवान किया कि माली समाज ने अपने पराक्रम और मेहनत के बल पर अन्य समाजों की तरह एक मुकाम हासिल किया है। माली समाज कोई दीन हीन समाज नहीं है बल्कि श्रमशील रहा है। समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। हर क्षेत्र में माली समाज का डंका बज रहा है। राजनीतिक दलों का पिछलग्गू बनने की बजाय माली समाज ससम्मान राजनीति में भी प्रतिनिधित्व पाने का हकदार है।
सम्मेलन को महात्मा ज्योतिबा फूले जाग्रति मंच के राष्ट्रीय महामंत्री महामंत्री ताराचंद गहलोत, राष्ट्रीय अध्यक्ष महासभा ज्योतिबा फूले जाग्रति मंच मोतीलाल सांखला, राजस्थान माली महासभा संरक्षक बिरदीचंद सिंगोदिया, प्रदेश अध्यक्ष छुट्टनलाल सैनी, चेयरमेन औंकार कच्छावा, वरिष्ठ महामंत्री राजेन्द्र महावर, महासचिव भवानी अजमेरा, प्रभातीलाल सैनी, प्रवक्ता विनीत सांखला, कोषाध्यक्ष रूपचंद मारोठिया, भवानी शंकर माली, भामाशाह त्रिलोकचंद इंदौरा, नर्बदेश्वर महादेव मंदिर तेजाजी देवली अजमेर ट्रस्ट अध्यक्ष एवं प्रदेश महासचिव महेश चौहान, माली सैनी समाज एकता मंच अजमेर के सुभाष गहलोत आदि ने संबोधित किया।
इसके अलावा सामूहिक विवाह समिति किशनगढ के अध्यक्ष छोटूराम सांखला, अखिल भारतीय सैनी माली संस्थान पुष्कर के महासचिव मुकेश अजमेरा, सामूहिक विवाह समिति अजमेर के अध्यक्ष घीसूलाल गढवाल, सुंदर विलास धर्मशाला के अध्यक्ष चांदमल टांक, राजस्थान माली महासभा के प्रदेश सचिव हेमराज सिसोदिया, भामाशाह पुष्कर नारायण महावर, सावित्री बाई फूले संस्थान की प्रदेशाध्यक्ष सुनीता चौहान, माली सैनी संस्थान अजमेर के अध्यक्ष राजेश भाटी आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
इस मौके पर महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, रामकन्या, पार्षद संतोष मौर्य, पूर्व पार्षद आशा तूनवाल, ममता चौहान, रोमा कच्छावा, एडवोकेट बबीता टांक, अजयपाल गहलोत, विजय मौर्य, रमेश सतरावला, विजय लक्ष्मी सिसोदिया, सुनील भाटी, हेमन्त सिंगोदिया, मानसी सैनी, दिनेश चौहान, धुर्विका सिसोदिया, धीरज सैनी, बालमुकंद टाक, राकेश चौहान, पूनचंद मारोठिया, डॉ भूपेन्द्र सैनी, पार्षद चन्द्रेश सांखला, महेन्द्र जादम, भागचंद पंवार, मनोज अजमेरा, राजेश भाटी, कानसिंह सिसोदिया, दिलीप पीलकन्या, वीरेन्द्र चौहान, माखनलाल मारोठिया, जिगर चौहान, यतीश सतरावला, बिन्नू मौर्य, राजेन्द्र मौर्य, चेतन सैनी, गौरव टाक, मोती सिंह, चांदमल टाक, समेत बडी संख्या में समाजबंधु उपस्थित रहे। सम्मेलन के अंत में सभी ने सामूहिक सहभोज किया।