कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर राज्य में हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार को गिराने की साजिश की जा रही है।
लोकसभा चुनाव के नतीजे आए एक पखवाड़े से अधिक का समय बीत चुका है,किंतु राज्य में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष लगातार जारी हैं और कई की मौत भी हो चुकी है।
राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से सोमवार को बातचीत करते हुए बनर्जी ने कहा देश में भाजपा का विरोध करने वाली वह एकमात्र नेता है और उनकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।
बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि राज्य में विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यमों से भाजपा फर्जी खबरें फैलाने पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। केंद्र सरकार और भाजपा कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में हिंसा फैलाने में जुटे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य में हिंसा फैलने की स्थिति में केंद्र सरकार भी बराबर की जिम्मेदार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी राज्य में हिंसा अथवा दंगा होता है तो केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है।
तेईस मई को आए चुनाव परिणामों में राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से टीएमसी इस बार पिछले 34 की तुलना में केवल 22 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई थी। भाजपा की सीटों की संख्या दो से बढ़कर बाईस हो गई।
भाजपा अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में आज पश्चिम बंगाल में ‘काला दिवस’ मना रही है। राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी दिल्ली गए हुए हैं जहां उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें राज्य में कानून एवं व्यवस्था की जानकारी दी। गृह मंत्रालय ने राज्य में हिंसा को देखते हुए पश्चिम बंगाल को एडवाईजरी भी जारी की थी।
बनर्जी ने कहा कि राज्य में हिंसा एक सुनियोजित साजिश के तहत कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र के खिलाफ उनके स्वर मुखर रहे हैं और उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार को गिराने की केंद्र की साजिश सफल नहीं होगी।
गृह मंत्रालय की तरफ से राज्य सरकार को भेजी गई एडवाईजरी पर ममता बनर्जी ने कहा कि इसका जबाव मुख्य सचिव पहले ही दे चुके हैं इसलिए वह इस पर कुछ नहीं बोलेंगी।