जयपुर। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर विपक्ष जहां एक ओर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने का प्रयास कर रहा है तो दूसरी ओर विपक्ष के कई दलों में बिखराव देखने को मिल रहा है। इस बिखराव को देखते हुए कांग्रेस को जरूर झटका कहा जा सकता है। केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर घेरने के लिए कांग्रेस की अगुवाई में आज विपक्षी दलों की बैठक होगी। इस बैठक को कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुलाया है। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ देशभर में विरोध-प्रदर्शन जारी है।
बैठक से पहले ही विपक्षी दलों में बिखराव से कांग्रेस को लगा झटका
इस बीच सीएए और एनआरसी को लेकर विपक्षी दलों की बैठक से पहले ही विपक्ष में बिखराव देखने को मिल रहा है। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बाद अब मायावती की बहुजन समाज पार्टी और अरविंद केजरीवाल की आम आमदी पार्टी ने भी बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है। महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी शिवसेना भी सीएए की बैठक में मौजूद नहीं रहेगी। मायावती की पार्टी बीएसपी के सूत्रों ने बताया कि पार्टी आज होने वाली बैठक में किसी प्रतिनिधि को नहीं भेजेगी। कांग्रेस के साथ बीएसपी के मतभेद को इस कदम का कारण बताया जा रहा है। सीएए के खिलाफ जब विपक्षी दल राष्ट्रपति के पास गए थे, उस वक्त भी बीएसपी उनके साथ नहीं थी। हालांकि पार्टी ने बाद में इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भेंट की थी।
ममता बनर्जी ने कांग्रेस और वामपंथियों पर लगाए आरोप
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही इस बैठक में आने से स्पष्ट इंकार कर चुकी हैं। ममता ने आरोप लगाया था कि लेफ्ट और कांग्रेस इस मामले पर ‘गंदी राजनीति’ कर रही हैं। कई विपक्षी दलों के बैठक में शामिल नहीं होने पर सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई की राह में राजनीतिक दलों के राज्यों में स्थानीय स्तर पर आपसी विरोध बाधक नहीं बनना चाहिये। येचुरी ने ट्वीट कर कहा, भारत के धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र की बीजेपी और संघ के हमलों से रक्षा करना प्रत्येक देशभक्त का लक्ष्य है।
शिवसेना ने भी बैठक में जाने से किया इनकार
विपक्ष द्वारा बुलाए जा रही बैठक में शिवसेना भी शामिल नहीं होगी। सीएए-एनआरसी के मुद्दे पर बुलाए गई इस बैठक से शिवसेना किनारा कर सकती है। गौर करने वाली बात ये भी है कि कांग्रेस और शिवसेना साथ में मिलकर महाराष्ट्र में सरकार चला रहे हैं, ऐसे में साथी पार्टी का ही बैठक में न आना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका हो सकता है।
सीए की बैठक में यह राजनीतिक दल हो सकते हैं शामिल
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, लेफ्ट, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), समाजवादी पार्टी (एसपी) समेत कई पार्टियां शामिल होंगी। पार्लियामेंट एनेक्सी में दोपहर 2 बजे होने वाली इस बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी मौजूद रह सकते हैं।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार