कोटा। राजस्थान में कोटा से तीन लोगों का अपहरण कर लाखों रुपए की फ़िरौती मांगने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर तीन लोगों को मुक्ता करवाया।
पुलिस अधीक्षक (शहर) डा. विकास पाठक ने आज बताया कि मूल रूप से बिहार के पटना का रहने वाला आरोपी अरुण शर्मा ठेके पर काम-धंधा दिलवाने के बहाने कोटा के कैथूनीपोल निवासी देवकीनंदन शर्मा, दादाबाड़ी निवासी भारत सिंह राठौड़ और बिहार के सीतामढ़ी जिला निवासी तपेश्वर मुखिया को पंजाब के रोपड ले गया था और वहां तीनों को एक कमरे में बंद करके उनके घर वालों से नेट छोडने की ऐवज में फिरौती की मांग की थी।
इस मामले में देवकीनंदन के भाई भीमसेन शर्मा ने गत 26 नवंबर को कैथूनीपोल थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसके भाई का अरुण शर्मा ने अपहरण कर लिया है और उसे बंधक बना रखा है। अब वह उसे छोड़ने के एवज में फोन पर 20 लाख रुपए की फिरौती की मांग कर रहा है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने साइबर सेल की मदद से अरुण और देवकीनंदन के सेलफोन की लोकेशन तलाशी तो वह वह रोपड (पंजाब) की मिली।
इसके आधार पर कोटा से गई पुलिस की टीम ने पंजाब पुलिस की मदद से उस मकान पर छापा मारा जहां से सेलफोन की लोकेशन मिल रही थी। वहां पुलिस को देवकीनंदन शर्मा, भारत सिंह राठौड़ और तपेश्वर मुखिया सहित अपहरण का आरोपी अरुण शर्मा मिल गया जिसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अधीक्षक (शहर) ने बताया कि अपहरणकर्ता उन तीनों के साथ फ़िरौती की रकम के लिए मारपीट करता था जिसके कारण कोटा लाकर इन तीनों की चोटों का मेडिकल मुआयना करवाया है। अपहरणकर्ता तीनों के घरवालों से इन्हें छोड़ने की एवज में 20-20 लाख रुपए की फिरौती मांग करता था।
उसके एक अन्य युवक असलम सिद्दीकी का भी अपहरण कर रखा था। इसके घर वालों ने अपहरणकर्ता के खाते में 1.5 लाख रुपए भी डलवा दिए थे लेकिन फ़िर भी उसे नहीं छोड़ा लेकिन उसके बाद मौका मिलने पर वह अपहरणकर्ता की गिरफ्त से भाग छूटा। पुलिस ने आज आरोपी को कोटा में न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया।