बारां। राजस्थान के बारां जिले के अंता कस्बे में फर्जी बैंक कर्मी बनकर एक युवक को ऋण दिलाने में मदद करने के बाद आठ लाख रूपए की ठगी करने का मामला सामने आया है।
पुलिस के अनुसर अंता थाने में पीड़ित नगर पालिका में कार्यरत सफाई कर्मचारी कालूलाल हरिजन ने शनिवार को शिकायत दर्ज करवाई कि गत आठ दिसंबर को जब वह अंता नगर पालिका में ड्यूटी पर था तभी दो लोग उसके पास आए। उन लोगों ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताया और ऋण लेने की बात कही।
आरोपियों ने कहा कि उसे 10 लाख रुपए का ऋण आसानी से मिल जाएगा और इसके लिए वो भी उससे कुछ नहीं लेंगे। जिस पर वह ऋण लेने के लिए तैयार हो गया। इसके बाद आरोपियों ने एसबीआई बैंक की शाखा अंता से मुझे 10 लाख रुपए का लोन दिलवा दिया।
जब ऋण की राशि उसके खाते में आ गए तो आरोपियों ने परिवादी का खाता एसबीआई बैंक की शाखा अंता से जयपुर ट्रांसफर करवाया दिया। लेकिन, तब तक इन लोगों की चालाकी के बारे में कुछ भी पता नहीं चला। बाद में आरोपियों ने कहा कि जयपुर चलकर एक फाइल पर साइन करने पड़ेंगे। दोनों आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ परिवादी को गाड़ी से जयपुर लाए। यहां पर रात को एक होटल में रुकवाया।
होटल में रात्रि को मेरे सोने के बाद आरोपियों ने मोबाइल से मेरी सिम निकाली और दूसरे मोबाइल में डालकर ओटीपी चुराया। बाद में लोन की पूरी रकम अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर ली और मौके से फरार हो गए। जब सुबह उठा तो होटल के कमरे में कोई नहीं था और आरोपियों का मोबाइल भी स्विच ऑफ बता रहा था।
जैसे-तैसे मैं घर पहुंचा और बैंक में जाकर पूछताछ की तो पता चला कि उसके अकाउंट में एक भी पैसा नहीं है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आठ लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर क्राइम के डीवाईएसपी नेत्रपाल सिंह ने बताया कि अंता नगर पालिका के सफाई कर्मचारी कालूलाल हरिजन ने अज्ञात लोगों के खिलाफ 8 लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज कराया है। इस मामले में बैंक कर्मियों की भी मिलीभगत हो सकती है। माना जा रहा है कि राजस्थान में ऐसी गैंग सक्रिय है, जो इस तरीके से लोगों के साथ ठगी करती थी। इसको लेकर भी साइबर सेल बारीकी से पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।