दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के जेरठ चौकी के ग्राम बोबई में मोटर साइकिल की चाबी ना देने पर पिता और छोटे भाई ने मिलकर बड़े भाई का बायां हाथ कुल्हाड़ी से काटकर अलग कर दिया। गंभीर रूप से घायल बेटे ने जबलपुर ले जाते समय रास्ते में दमतोड़ दिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह ने बताया कि दमोह जिले की पथरिया थाना अंतर्गत ग्राम जेरठ चौकी के गांव बोबई में मोती पटेल के बेटे संतोष पटेल (21) के पास मोटर साइकिल थी, जिसे उसके पिता मोती पटेल और छोटा भाई राम किशन कल शाम कहीं जाने के लिए संतोष से मांग रहे थे। संतोष ने बाइक देने से इंकार कर दिया।
इस बात को लेकर पिता मोती और रामकिशन ने मिलकर संतोष पर हमला बोल दिया। विवाद के बीच पिता मोती ने संतोष का बायां हाथ लकड़ी के पट्टे पर रखा और उसे कुल्हाड़ी से काटकर अलग कर दिया।
इस क्रूरता के बाद पिता मौके से भागा नहीं बल्कि कुल्हाड़ी कंधे पर रखकर और हाथ में कटा हुआ हाथ लेकर करीब 5 किलोमीटर दूर जेरठ पुलिस चौकी पहुंचा। जैसे ही पुलिस ने मोती के हाथ में कटा हुआ हाथ देखा तो स्टाफ भी दंग रह गया। तुरंत मोती को पुलिस ने पकड़ लिया।
बाद में घायल संतोष को अस्पताल पहुंचाया, संतोष की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसने बचाव का प्रयास किया, लेकिन ससुर और देवर ने उसे धक्का देकर अलग कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि ससुर हाथ काटने के बाद उसे अपने साथ लेकर गए और नदी में फेंकने जा रहे थे। लेकिन बाद में पुलिस चौकी लेकर चले गए।
पुलिस द्वारा तत्काल ही गंभीर रूप से घायल संतोष को पथरिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया। वहां पर डॉ शशिकांत पटेल ने बताया कि संतोष को शाम को लाया गया था, लेकिन उसके हाथ के बारे में जानकारी ली तो पुलिस ने बताया कि कटा हुआ हाथ चौकी में रखा है। इस पर डॉक्टर ने उस हाथ को बुलवाया, लेकिन इस बीच लगभग 3 घंटे से अधिक का समय हो गया था। इस कारण से उसे जोड़ने में असंभव महसूस हो रहा था।
संतोष को दमोह के जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहां से उसकी हालत गंभीर होने पर उसे जबलपुर रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही रात्रि में उसकी मौत हो गई। पुलिस द्वारा हत्या के आरोप में पिता मोती एवं भाई राम किशन को गिरफ्तार कर लिया है।