नैनीताल। उत्तराखंड के लालकुआं में तीन दिन पहले हुई नाबालिग किशोरी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने किशोरी की हत्या के मामले में उसके चाचा काशीराम को गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेज दिया।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया लालकुआं के बिदुंखत्ता स्थित घोड़ानाला के जंगल से 14 अगस्त को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर निवासी नाबालिग आरती का शव मिला था। अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मोहन ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि किशोरी की हत्या उसके चाचा ने ही की है। उसके चाचा को उसके चालचलन पर शक था। इसी कारण उसने चुन्नी से गला दबाकर किशोरी की हत्या कर दी और शव को जंगल में फेंक दिया था।
मोहन ने बताया काशीराम ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। उसने बताया कि 13 अगस्त की रात को वह रात में एक लड़के के साथ जंगल की ओर जा रही थी। उसकी आंख खुलते ही उसने उसका पीछा किया। कुछ दूर जाकर आवाज दी तो लड़का मौके से भाग खड़ा हुआ। पूछने पर उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। वह हाथ छुड़ा कर भागना चाहती थी। उसने गुस्से में उसी की चुन्नी से उसका गला घोंट दिया।
युवती के भाई आदेश शर्मा ने अपने चाचा के खिलाफ लालकुआं थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। आराेपी ने बताया कि वह कुछ साल पहले लालकुआं आकर रहने लगा था। वह चालक का काम करता है। पत्नी गर्भवती होने के कारण उसने कुछ समय पहले ही अपनी भतीजी को शाहजहांपुर से लालकुआं बुलाया था।