नई दिल्ली। दिल्ली में एक महिला ने अपने पुरुष दोस्तों के साथ मिलकर पति की हत्या की तथा शव सूटकेस में भरकर राजधानी के एक नाले में फिंकवा दिया और पांचवें दिन थाने जाकर उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवा दी।
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपयुक्त आरपी मीणा ने शनिवार को बताया कि नेब सराय क्षेत्र देवली गांव के निवासी नवीन (24) की सनसनीखेज हत्या मामले में उसकी पत्नी मुस्कान (22) एवं सास त्रिजा उर्फ मेनू (48) समेत सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र के सुखदेव विहार नाले में 10 अगस्त को एक लावारिस सूटकेस में एक शव बरामद किया गया था। उस समय मृतक की पहचान नहीं हो पाई थी। यह हत्या सात अगस्त रात की गई थी।
मुस्कान की गिरफ्तारी और उसकी निशानदेही पर मोहम्मद जमालुद्दीन उर्फ जमाल (19), कौशलेंद्र उर्फ अमन (18), विशाल उर्फ कल्लू (22), विवेक उर्फ बगदी (21) और राजकुमार उर्फ राजपाल उर्फ हेतल को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ के आधार पर हत्या में इस्तेमाल चाकू, शव को नाले तक ले जाने के लिए इस्तेमाल ऑटो रिक्शा, मृतक एवं सातों अभियुक्तों के मोबाइलफोन और खून से सने कपड़े बरामद किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि हत्या में महिला के साथ अहम भूमिका निभाने वाला जमान मूल रूप से बिहार के मोतीहारी जिले का निवासी है, जबकि कौशलेंद्र उत्तर प्रदेश के रायबरेली का रहने वाला है। राजकुमार खानपुर गांव तथा विवेक और विशाल देवली गांव के रहने वाले हैं। हत्या के बाद सभी अपने दिल्ली स्थित घर से फरार हो गए थे। जमाल को सूचना के आधार पर ट्रेन से गिरफ्तार किया गया, जब वह बिहार भागने की फिराक में थे।
मीणा ने बताया कि मुस्कान और नवीन की शादी पांच-छह साल पहले हुई थी। उनके दो साल की एक पुत्री है। आपसी मतभेदों के कारण युवा दंपती करीब सात माह से अलग-अगल रहे थे। नवीन दक्षिण पुरी में अपने परिवार के साथ रहता था और पत्नी अपनी मां के साथ रही थी।
नवीन सात अगस्त को नशे की हालत में वह अचानक मुस्कान के पास आया तो जमाल उसके साथ कमरे में था। इससे नाराज नवीन ने मुस्कान के साथ मारपीट की। बाद में जमाल ने अपने अन्य दोस्तों को वहां बुला लिया। सभी ने मिलकर नवीन की हत्या को अंजाम दिया और फिर अगले दिन सूटकेस में भरकर गिरफ्तार अभियुक्त राजकुमार के ऑटों से शव को ठिकाने लगा दिया।
उन्होंने बताया कि हत्या के पांच दिन बाद 12 अगस्त को मुस्कान ने नेब साराय थाने में नवीन की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करा कर जांच को गुमाराह करने की कोशिश की। पुलिस ने जांच शुरू की तो महिला ने पुलिस को सहयोग नहीं किया।
नवीन के शव पर टैटू से उसका नाम लिखा हुआ था, पुलिस ने उसके बारे में पूछताछ की तो महिला ने जानकारी होने से इनकार किया। पुलिस ने सख्ती से उससे पूछताछ की तो उसने सारे राज उगल दिए। उसने हत्या में शामिल लोगों और उसकी भूमिका के बारे में भी जानकारी दी,जिससे हत्या की गुत्थी सुलझ गई।