बेंगलूरु। एयर इंडिया की फ्लाइट में महिला सहयात्री पर पेशाब करने के आरोपी को दिल्ली और बेंगलूरू पुलिस के सम्मिलित प्रयासों से शनिवार सुबह बेंगलूरू से गिरफ्तार कर लिया गया।
बेंगलूरु पुलिस के अधिकारी संजय नागर ने पत्रकारों को बताया कि ऐसी घटना को अंजाम देने के आरोपी शंकर मिश्रा को उसकी बहन के घर से गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली ले जाया गया। दिल्ली में उसे पटियाला हाउस कोर्ट के समक्ष पेश किया गया।
इससे पहले उसका सफदरजंग अस्पताल में पूरा चिकित्सीय परीक्षण किया गया। अदालत में पेश किए गए आरोपी को सुनवाई के बाद पुलिस हिरासत में देने से इंकार कर दिया, इसकी जगह उसे 14 दिन की न्यायिक में भेजने की आदेश दिया। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 11 जनवरी तय की है।
गौरतलब है कि आरोपी मिश्रा अमरीका की एक वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी वेल्स फारगो के उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत था। कंपनी ने उसे घटना के बाद शुक्रवार को नौकरी से निकाल दिया। मिश्रा पर 26 नवंबर 2022 को न्यूयाॅर्क से दिल्ली की एक फ्लाइट में यात्रा के दौरान एक महिला सहयात्री पर पेशाब करने का आरोप है। आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद से ही छिप कर रह रहा था।
मिश्रा के खिलाफ भारतीय दंड संहित (आईपीसी ) की धारा 294 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत) धारा 354 (किसी महिला की विनम्रता को भंग करने के मकसदन से हमला या आपराधिक बल का इस्तेमाल) और धारा (नशे की हालत में सार्वजनिक रूप से किसी से दुव्यर्वहार) और एयरक्राफ्ट नियमों के तहत मामला दर्ज किया गया। घटना के बाद एयर इंडिया ने मिश्रा के उसकी फ्लाइटों में यात्रा करने से तीन दिनों का प्रतिबंध लगा दिया साथ ही मामले की आंतरिक जांच भी शुरू कर दी।
पीड़ित महिला ने अपने बयान में कहा कि मैं तब पूरी तरह से हक्की बक्की रह गई जब वह मेरे सामने जोर जोर से रोने लगा और ऐसी शर्मनाक घटना को अंजाम देकर माफी मांगने लगा। वह लगातार मुझसे शिकायत नहीं करने की बात कर रहा था। वह बार बार कह रहा था कि वह भी बाल-बच्चों वाला है और नहीं चाहता कि इस घटना के कारण उसके पत्नी और बच्चों पर किसी प्रकार का प्रभाव पडे।
महिला ने कहा कि ऐसी घटना से मैं पहले ही हतप्रभ थी और वह व्यक्ति लगातार मेरे सामने गिड़गिड़ा रहा था। मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करूं। मैं बुरी तरह से सदमे में थी और वह लगातार मेरे सामने रो रहा था ऐसे हालात में उसकी गिरफ्तारी के लिए दबाव बना पाना मेरे हुए मुश्किल हो रहा था।
मिश्रा ने दिए बयान में कहा कि दोनों पक्षों में बनी सहमति के बाद 28 नवंबर को उसने क्षतिपूर्ति के रूप में पैसा पेटीएम से महिला को दिया था जिसे 19 दिसंबर को महिला की बेटी ने लौटा दिया था।
बयान में कहा गया है कि महिला की लगातार शिकायत केवल एयरलाइन द्वारा दिए जा रहे पर्याप्त मुआवजे के संबंध में थी, जिसके लिए उसने 20 दिसंबर को बाद में शिकायत की। जांच समिति के सामने केबिन क्रू के दर्ज बयानों में भी कहा गया कि घटना का कोई भी गवाह नहीं है और बयान केवल सुने सुनाए साक्ष्य हैं। मिश्रा ने कहा कि मुझे देश की न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है और वह जांच में पूरा सहयोग करेगा।
पायलट समेत क्रू सदस्यों को नोटिस
एयर इंडिया ने न्यूयॉर्क से नई दिल्ली आ रही अपनी एक उड़ान में एक यात्री द्वारा महिला सहयात्री पर नशे की हालत में पेशाब किए जाने की घटना को लेकर उस उड़ान के केबिन क्रू के चार सदस्यों और एक पायलट को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और जांच चलने तक रोस्टर से हटा दिया है। एयरलाइन उड़ानों के दौरान शराब परोसने की अपनी नीति की समीक्षा भी कर रही है।
एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंधन निदेशक, कैम्पबेल विल्सन ने शनिवार को एक वक्तव्य में यह जानकारी देते हुए कहा कि एयर इंडिया फ्लाइट के भीतर घटने वाली ऐसी घटनाओं को लेकर अत्यधिक चिंतित है जहां ग्राहकों को हमारे विमान पर उनके सह-यात्रियों के निंदनीय कृत्यों के कारण नुकसान उठाना पड़ा है।
विल्सन ने बयान में कहा कि हम ऐसे अनुभवों के बारे में खेद और दुख प्रकट करते हैं। एयर इंडिया स्वीकार करता है कि वह इन मामलों को हवाई और जमीनी स्तर पर बेहतर ढंग से संभाल सकता है तथा ऐसे कृत्यों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस संबंध में की जा रही कार्यवाही के बारे में बयान में कहा गया कि 26 नवंबर 2022 को न्यूयॉर्क और दिल्ली के बीच परिचालन कर रहे एआई102 की घटना के संदर्भ में केबिन क्रू के चार सदस्यों और एक पायलट को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और जांच चलने तक रोस्टर से हटा दिया गया है।
एयर इंडिया के मुख्य अधिशासी एयरलाइन द्वारा उठाए गए अन्य कदमों की जानकारी दी गई है और कहा गया है कि उड़ान के दौरान शराब की सेवा, किसी घटना से निपटना, विमान में बैठने के बाद शिकायत दर्ज कराना और शिकायत का निपटारा सहित विभिन्न पहलुओं पर आंतरिक जांच चल रही है कि क्या अन्य कर्मचारियों द्वारा भी चूक हुई थी।
उन्होंने कहा है कि एक जिम्मेदार एयरलाइन ब्रांड के रूप में, हमने भविष्य में इस तरह की घटनाओं से कैसे निपटा जाएगा, इसे भौतिक रूप से मजबूत करने और बेहतर बनाने की दृष्टि से निम्नलिखित कदम उठाए हैं।
घटनाओं और अनियंत्रित यात्रियों से निपटने संबंधी नीतियों के साथ, और प्रभावित लोगों की सहानुभूतिपूर्वक सहायता करने के लिए चालक दल को बेहतर ढंग से सुसज्जित किया जाना।
उड़ान में शराब की सेवा पर एयरलाइन नीति की समीक्षा।
डीजीसीए द्वारा निर्धारित आंतरिक समिति की बैठक आवृत्ति की समीक्षा करना, जिसे घटनाओं का आकलन करने का काम सौंपा गया है, ताकि मामलों का आकलन किया जा सके और अधिक समयबद्ध तरीके से निर्णय लिए जा सकें।
अपनी पुरानी घटना रिपोर्टिंग प्रक्रियाओं जो वर्तमान में कागज-आधारित और मैनुअल हैं उनमें मजबूती से सुधार के लिए, एयर इंडिया ने घटना प्रबंधन सॉफ्टवेयर के बाजार-अग्रणी प्रदाता, कोरुसन के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए दिसंबर 2022 में एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए।
इस अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर के अलावा, एयरलाइन पायलटों और वरिष्ठ केबिन क्रू के लिए आईपैड लगाने की प्रक्रिया में भी है। एक साथ उपयोग किए जाने पर, चालक दल यात्रा और घटना की रिपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक रूप से दर्ज करने में सक्षम होगा, जो तब तेजी से और स्वचालित रूप से संबंधित पक्षों और आवश्यकतानुसार, नियामक को भेज दिया जाएगा।
एयर इंडिया भी प्रभावित यात्रियों की लगातार सहायता करता रहा है और उनका हित सुनिश्चित करता रहा है। इस संबंध में, एयर इंडिया प्रभावित यात्रियों को प्रदान की जा रही निरंतर सहायता को उजागर करना चाहेगा।
गत 27 नवंबर को शिकायत प्राप्त होने पर, एयर इंडिया ने प्राप्ति सूचना दी और 30 नवंबर को प्रभावित यात्री के परिवार के साथ पत्राचार करना शुरू किया। डीजीसीए द्वारा निर्धारित आंतरिक समिति की शुरुआत की, जिसे 10 दिसंबर को घटनाओं का आकलन करने का काम सौंपा गया था और जिसमें एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश, यात्री संघ के प्रतिनिधि और एक अन्य भारतीय वाणिज्यिक एयरलाइन के प्रतिनिधि शामिल थे। फ़ाइल 20 दिसंबर को समिति को सौंपी गई और उसी तारीख को 30 दिन की अंतरिम यात्रा प्रतिबंध लगा दिया गया।
गत 20 दिसंबर, 21 दिसंबर, 26 दिसंबर और 30 दिसंबर 2022 को एयरलाइन के वरिष्ठ कर्मचारियों, पीड़िता और उनके परिवार के बीच की गई कार्रवाई और उसकी प्रगति पर चर्चा करने के लिए चार बैठकें बुलाईं गईं। जब पीड़ित परिवार ने अनुरोध किया कि एयर इंडिया 26 दिसंबर को बैठक के दौरान पुलिस रिपोर्ट दर्ज करे, तो उसने 28 दिसंबर 2022 को ऐसा किया।
इन मामलों की जांच प्रक्रिया के दौरान एयर इंडिया और उसके कर्मचारी प्रभावित यात्रियों, नियामकों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों को पूरा सहयोग देना जारी रखेंगे। हम ग्राहकों और चालक दल के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ सभी कानूनों तथा विनियमों के पूर्ण अनुपालन में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।