अजमेर। संस्कार भारती अजमेर की ओर से राष्ट्रीय स्तर की मांडणा प्रतियोगिता हर घर आंगन के उद्देश्य से दीपावली महोत्सव के अंतर्गत आयोजित की गई।
संस्कार भारती की ओर से कला रत्न पुरस्कार प्रतियोगिता ऑनलाइन आयोजित की गई थी। इस कार्यक्रम संयोजक संजय कुमार सेठी ने बताया कि इस प्रतियोगिता की खासियत यह रही कि इसमें देश के विभिन्न राज्यो कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, असम आदि प्रदेशों से 80 से ज्यादा प्रविष्टियां प्राप्त हुईं।
सभी कला साधकों ने राजस्थानी मांडनों को मूल रूप से बनाया साथ ही मांडनों में प्रयुक्त किए जाने वाले गेरू व पांडू इत्यादि रंगों का उपयोग करते हुए पारंपरिक कला का अंकन किया।
संस्था के प्रांतीय अध्यक्ष एके रैना ने इस अवसर पर बताया की लुप्त होती राजस्थानी लोककला मांडनों को अधिक से अधिक लोगों को सिखाना और उसको बनाने के लिए प्रेरित करना था।
प्रतियोगिता में प्राप्त अदभुत मांडना कलाकृतियां के चयन के लिए निर्णायक मंडल का गठन किया गया, जिसमें प्रसिद्ध कला मर्मज्ञ ममता चौहान, डॉ. मंजू परिहार शामिल रहीं। प्रांतीय महामंत्री सतीश आचार्य ने विजेताओं की घोषणा की।
श्रेष्ठ तीन कलाकारों भावनगर से डॉ. कश्मीरा, सिरोही से शिखा माहेश्वरी, इंदौर से अर्पिता बंसल को कला रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। श्रेष्ठ दस कृतियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान जाएंगे।
कार्यक्रम को सफल बनाने मे डॉ सुरेश बबलानी, मधुलिका नाग, कृष्ण गोपाल पाराशर, योग बाला वैष्णव, नंदलाल शर्मा एवं महेंद्र जैन मित्तल का सहयोग रहा।