नयी दिल्ली । केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि किसी महिला द्वारा किसी व्यक्ति पर लगायें गये यौन प्रताड़ना के आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि इस मुद्दे पर महिलायें बोलने से अक्सर बचती हैं।
गांधी ने एक निजी टीवी चैनल से कहा कि यौन प्रताड़ना के आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि महिलायें इस मुद्दे पर बाेलती नहीं हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन जब कोई महिला इस मुद्दे पर बोलती है तो यह गंभीर बात होती है। उन्होंने कहा,“ जो पुरुष अधिकार संपन्न की स्थिति में होते हैं, वे अक्सर ऐसा करते हैं। यह बात मीडिया के साथ-साथ राजनीति और कंपनियों के उच्च पदों पर आसीन पुरुषों पर भी लागू हाेती है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर महिलायें बोलने से बचती हैं क्योंकि वे सोचती हैं कि लोग उनका मजाक उड़ायेंंगे और उनके चरित्र पर शक करेंगे लेकिन अब वे बोल रही है तो आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा,“ जब महिलायें इस मुद्दे पर बोल रही है ताे हमें इस मामले में प्रत्येक आरोप पर आैर प्रत्येक व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”