नयी दिल्ली । केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से कन्या भ्रूण हत्या पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है।
गांधी ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर गुरुवार को यहां आयोजित एक समारोह में कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के लागू होने के बाद से बेटियों के प्रति सामाजिक मानसिकता में बदलाव देखा जा रहा है। इस योजना के प्रभावी क्रियान्यवन से कन्या भ्रूण हत्या पर रोकने लगाने में बहुत हद तक सफलता मिली है। हालांकि यह अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। लाेगों मे बेटियों प्रति नजरिये में परिवर्तन आया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लागू होने से पहले लिंग निर्धारण तकनीक का प्रचलन आम था और कन्या भ्रूण होने पर गर्भपात करा दिया जाता था। योजना के प्रभाव से इस स्थिति में बहुत बदलाव आया है। उन्होंने कहा, “ ऐसा नहीं है कि अब कन्या भ्रूण हत्या की घटनाएं नहीं हो रही हैं लेकिन इन पर बहुत हद तक नियंत्रण पा लिया गया है।”
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय छोटा नहीं है। देश की 70 प्रतिशत से अधिक आबादी इसके दायरे में हैं और इसके कार्यक्रम देश का भविष्य तय करते हैं। गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर सरकार ने महिला सशक्तीकरण के कई कार्यक्रम शुरू किये हैं। इनमें बेटी ‘बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के अलावा ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदन’ जैसी योजनाएं भी शामिल हैं। सरकार ने बेटियों के प्रति समाज की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए कई कदम उठायें हैं जिनका असर साफ देखा जा सकता है।