अगरतला। डॉ. माणिक साहा त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री होंगे। विप्लव कुमार देव के शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद ही डॉ साहा को प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया।
देव ने डॉ साहा के नेता चुने जाने की जानकारी ट्विटर पर देते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं। भाजपा नेतृत्व के निर्देश पर देव के इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद साहा को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया।
देव ने ट्वीट किया कि डॉ. माणिक साहा को पार्टी विधायक दल का नया नेता बनाए जाने पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं। देव ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की दूरदृष्टि और नेतृत्व में त्रिपुरा और प्रगति करेगा। दंत चिकित्सक डॉ साहा 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वह भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हैं और राज्य सभा सांसद भी हैं।
इससे पहले तेजी से हुए घटनाक्रम में देव ने आज अपराह्न अचानक मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। इससे राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की कमान अगले साल होने वाले चुनाव से पहले नए हाथ में सौंपने का रास्ता साफ हो गया। देव ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर यह कदम उठाया है और पार्टी भविष्य में जो भी जिम्मेदारी देती है, उसे वह सहर्ष स्वीकर करेंगे।
देव के इस्तीफे के बाद भाजपा ने आज ही विधायक दल की बैठक बुलाई, जिसमें डॉ साहा को विधायक दल का नया नेता चुना गया। बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केन्द्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और भाजपा नेता विनोद तावड़े शामिल हुए।
गौरतलब है कि चुनाव से पहले भाजपा अपने नेतृत्व वाले राज्यों में मुख्यमंत्री बदलने का प्रयोग करती रही है। पार्टी ने इससे पहले उत्तराखंड और गुजरात में मुख्यमंत्री बदले थे। पार्टी का यह प्रयोग उसके पक्ष में रहा था। उत्तराखंड में पार्टी ने त्रिवेन्द्र सिंह रावत की जगह पुष्कर सिंह धामी को चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बनाया था।
उत्तराखंड में कड़े मुकाबले में फरवरी में हुए चुनाव में भाजपा ने लगातार दूसरी बार चुनाव जीतकर इतिहास बनाया। इसी तरह गुजरात में पार्टी ने विजय रूपाणी के स्थान पर सितंबर 2़021 में भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में नई सरकार का गठन किया था।
गुजरात में इस साल के उत्तरार्द्ध में विधानसभा चुनाव होने हैं। पार्टी ने कर्नाटक में भी वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के स्थान पर बसवराज बोम्मई को सरकार की कमान सौंपी है। कर्नाटक में अगले साल जून से पहले चुनाव होने हैं।
देव केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ आज यहां राजभवन पहुंचे और राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को अपना त्यागपत्र सौंपा। उन्होंने एक पंक्ति में लिखे त्यागपत्र में कहा कि मैं 14.5.2022 से त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा देता हूं।
उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी ने मुझसे इस्तीफा देने को कहा है। अब पार्टी चाहती है कि मैं संगठन को मजबूत करने के लिए काम करूं क्योंकि चुनाव नजदीक हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने राज्य के विकास को प्रमुखता देने का प्रयास किया जिससे यहां की जनता समृद्धि और शांति से जिए। मैंने मुख्यमंत्री के रूप में लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने की कोशिश की।
जिम प्रशिक्षक रहे देव ने 2018 के राज्य विधानसभा चुनावों में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन की धमाकेदार जीत और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम मोर्चा के 25 साल के शासन की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री का पदभार संभाला था।