अगरतला। त्रिपुरा में निवर्तमान सरकार के मुख्यमंत्री डॉ माणिक साहा सोमवार को यहां पार्टी विधायक दल के नेता के रूप में फिर से निर्वाचित हुए हैं।
साहा ने भाजपा के 60 सदस्यों की विधानसभा में बहुमत वाली सीटें जीतने के चलते सरकार गठन की मांग का दावा किया है। यहां भाजपा के 32 विधायक हैं और उसके सहयोगी आईपीएफटी ने एक सीट जीती है। शाही वंशज प्रद्योत किशोर देबबर्मन की क्षेत्रीय पार्टी 13 सदस्यों के साथ प्रमुख विपक्ष के रूप में दिखाई देगी। उसके बाद माकपा के 11 और कांग्रेस के 3 विधायक है।
सूत्रों के अनुसार इस बात की सबसे अधिक संभावना है कि जिष्णु देव वर्मा को सरकार में उनके महत्व और आदिवासियों के बीच बढ़ती पैठ को देखते हुए वित्त और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के साथ उप मुख्यमंत्री के रूप में कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। सूत्रों ने संकेत दिया कि वर्मा छह महीने के भीतर उपचुनाव में चुने जाएंगे और भाजपा उनके लिए एक सीट का त्याग करेगी।
सूत्रों ने कहा कि भाजपा ने विधानसभा की बैठक बुलाने के लिए तीन दिन का समय लिया है क्योंकि पिछली सरकार में डॉ. साहा के सबसे भरोसेमंद उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य चुनाव हार गए थे।