नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चर्चित पुस्तक ‘एग्जाम वारियर्स’ के नए संस्करण के लिए अध्यापकों और अभिभावकों से सुझाव देने का आज अनुरोध करते हुए कहा कि देश के युवा साथियों को अपने ‘प्रधान सेवक’ पर बहुत भरोसा है।
मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में अरुणप्रदेश में राेइंग के एक विद्यार्थी अलीना तायंग के पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि मेरे युवा साथियों को भी भरोसा है कि देश के प्रधान सेवक को काम बताएंगे, तो, हो ही जाएगा। उन्होंने कहा कि और पढ़ते समय, उसमें से क्या कमी है ये भी मुझे बताने के लिए, बहुत-बहुत धन्यवाद और साथ-साथ मेरे इस नन्हे से मित्र ने मुझे काम भी सौंप दिया है। कुछ करने का आदेश दिया है। मैं जरुर आपके आदेश का पालन करूंगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मन की बात के जरिए कई जाने-अनजाने लोगों से प्रत्यक्ष-परोक्ष संवाद करके का सौभाग्य मिल जाता है। उन्होेंने अलीना तायंग के पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि एग्जाम वारियर्स के नए संस्करण में अध्यापकों और अभिभावकों के बारे में भी कुछ लिखने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि नए संस्करण में अभिभावकों और अध्यापकों के लिए कुछ बातें लिखने का प्रयास किया जाएगा।
लोगों से सुझाव मांगते हुए मोदी ने कहा कि मैं आप सबसे आग्रह करूंगा कि क्या मुझे आप लोग मदद कर सकते है? रोजमर्रा की ज़िन्दगी में आप क्या अनुभव करते हैं। देश के सारे विद्यार्थीयों से, अध्यापकों और अभिभावकों से मेरा आग्रह है, कि आप तनाव रहित परीक्षा से जुड़े पहलुओं को लेकर के अपने अनुभव मुझे बताइए, अपने सुझाव बताइए। मैं जरुर उसका अध्ययन करूंगा। उस पर मैं सोचूंगा और उसमें से जो मुझे ठीक लगेगा उसको मैं मेरे अपने शब्दों में, अपने तरीके से जरुर लिखने का प्रयास करूंगा।
‘भारत की लक्ष्मी’ काे दे प्रोत्साहन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की समृद्धि के लिए बेटियाें को प्रोत्साहन देने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें ‘भारत की लक्ष्मी’ मानकर एक अभियान चलाया जाना चाहिए। इस बार दीपावली पर बेटियों के सम्मान में कार्यक्रम रखे जाने चाहिए। इसके अलावा उनको सम्मान और प्रोत्साहन देने के लिए एक अभियान चलाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेटियों की उपलब्धियों के बारे में, सोशल मीडिया में अधिक से अधिक जानकारी साझा की जानी चाहिए। ‘भारतकीलक्ष्मी’ हैशटैग इस्तेमाल किया जाना चाहिए। जैसे हम सबने मिलकर एक महा-अभियान चलाया था ‘सेल्फी विद डॉटर’ और वह दुनियाभर में फैल गया था। उसी तरह, इस बार हम अभियान चलाएं ‘भारत की लक्ष्मी’। भारत की लक्ष्मी के प्रोत्साहन का मतलब है देश और देशवासियों के समृद्धि के रास्ते मजबूत करना।
उन्होेंने कहा कि दीपावली में, सौभाग्य और समृद्धि के रूप में, लक्ष्मी का घर-घर आगमन होता है। परंपरागत रूप से लक्ष्मी का स्वागत है। इस बार नए तरीके से लक्ष्मी का स्वागत किया जाना चाहिए। भारतीय संस्कृति में बेटियों को लक्ष्मी माना गया है, क्योंकि बेटी सौभाग्य और समृद्धि लाती है। उन्होंने कहा कि क्या इस बार हम अपने समाज में, गांवों में, शहरों में, बेटियों के सम्मान के कार्यक्रम रख सकते हैं? सार्वजनिक कार्यक्रम रख सकते हैं। हमारे बीच कई ऐसी बेटियां होंगी जो अपनी मेहनत और लगन से, प्रतिभा से परिवार का, समाज का, देश का, नाम रोशन कर रही होंगी। क्या इस दिवाली पर भारत की इस लक्ष्मी के सम्मान के कार्यक्रम, हम कर सकते हैं?
प्रधानमंत्री ने कहा कि आस-पास कई बेटियां और कई बहुएं ऐसी होंगी, जो, असाधारण काम कर रही होंगी। कोई, गरीब बच्चों की पढाई का काम कर रही होंगी। कोई स्वच्छता और स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाने में जुटी होगी, तो कोई, डॉक्टर, इंजीनियर बन कर समाज की सेवा कर रही होगी। वकील बन करके, किसी को न्याय दिलाने के लिए कोशिश करती होगी। समाज, ऐसी बेटियों की पहचान करे, सम्मान करे, और उन पर, अभिमान करे। इनके सम्मान के कार्यक्रम देशभर में होने चाहिए।