नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि जी 20 समूह के अध्यक्ष के रूप में भारत वसुधैव कुटुम्बकम की परंपरा को आगे बढाते हुए समूची दुनिया के कल्याण की दिशा में काम करेगा और मानवता के समक्ष खड़ी चुनौतियों के समाधान का हर संभव प्रयास करेगा।
मोदी ने रविवार को यहां मासिक रेड़ियो कार्यक्रम मन की बात में कहा कि भारत तीन दिन बाद दुनिया के प्रतिष्ठित समूह जी 20 की अध्यक्षता संभालने जा रहा है और यह समूचे देश के लिए गौरव का समय है। उन्होंने कहा कि भारत इस मौके का फायदा उठाकर विश्व कल्याण पर अपना ध्यान केन्द्रित करेगा तथा मौजूदा चुनौतियों के समाधान का प्रयास करेगा।
उन्होंने कहा कि साथियो, जी-20 की अध्यक्षता, हमारे लिए एक बड़ा अवसर बनकर आई है। हमें इस मौके का पूरा उपयोग करते हुए विश्व कल्याण पर फोकस करना है। चाहे शांति हो या एकता, पर्यावरण को लेकर संवेदनशीलता की बात हो, या फिर सतत विकास की, भारत के पास, इनसे जुड़ी चुनौतियों का समाधान है। हमने एक पृथ्वी एक भविष्य की जो थीम दी है उससे वसुधैव कुटुम्बकम के लिए हमारी प्रतिबद्धता जाहिर होती है।
उन्होंने कहा भारत का मानना है कि सबका कल्याण हो, सबको शांति मिले, सबको पूर्णता मिले और सबका मंगल हो। प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में, देश के अलग-अलग हिस्सों में, जी-20 से जुड़े अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान, दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोगों को आपके राज्यों में आने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे में सभी राज्यों को इस मौके का फायदा उठाकर देश की विविध संस्कृति की छवि पेश कर पर्यटन क्षेत्र को मजबूत बनाना है।
गौरतलब है कि आधिकारिक तौर पर भारत एक दिसंबर को जी20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण करेगा और एक वर्ष के लिए जी20 का अध्यक्ष रहेगा। इस दौरान देश में 55 अलग-अलग हिस्सों में संगठन की 200 से ज्यादा बैठकें होंगी।