नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना के अधिकारी अभिलाष टॉमी को साहस का प्रतीक बताते हुए आज कहा कि युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा मिलेगी।
मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 48 वें संस्करण में कहा कि टॉमी साहस, संकल्पशक्ति और पराक्रम की एक अदभुत मिसाल हैं। उन्होंने कहा कि उनका साहस, उनका पराक्रम, उनकी संकल्प शक्ति-जूझने की और जीतने की ताक़त, हमारे देश की युवा-पीढ़ी को ज़रूर प्रेरणा देगी। नौसेना के अधिकारी टॉमी को कुछ दिन समुद्र से बचाकर लाया गया है वह कई दिनों तक समुद्र में फंसे रहे थे।
मोदी कहा कि इतने संकट से बाहर आने के बाद भी उनका जो ज़ज्बा था, उनका जो हौसला था और फिर एक बार ऐसा ही कुछ पराक्रम करने का संकल्प देश की युवा-पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। प्रधानमंत्री ने टोमी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना भी की।
उन्होंने कहा कि पिछले 80 दिनों से, वह दक्षिण हिन्द महासागर में स्वर्ण वैश्विक दौड़ में भाग लेने समुद्र में आगे बढ़ रहे थे लेकिन भयानक तूफ़ान ने उनके लिए मुसीबत पैदा की लेकिन भारत की नौसेना का यह वीर समुंदर के बीच अनेक दिनों तक जूझता रहा, जंग करता रहा। वह पानी में बिना खाए-पिए लड़ता रहा। जिन्दगी से हार नहीं मानी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि टॉमी अपने जीवन और मृत्यु की लड़ाई लड़ रहे थे। पूरा देश चिंतित था कि उन्हें कैसे बचा लिया जाए। वह अकेले, किसी भी आधुनिक तकनीक के बिना, एक छोटी सी नाव लेकर, विश्व भ्रमण करने वाले पहले भारतीय है।