पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उनसे शिष्टाचार मुलाकात का राजनीतिक लाभ उठाने की कड़ी आलोचना की है।
गांधी को बुधवार को लिखे पत्र में पर्रिकर ने कहा कि शिष्टाचार मुलाकात करना और बाद में झूठा बयान देकर उसका राजनीतिक लाभ उठाना तुच्छ राजनीति है। मेरे विचार से इसके बाद आपकी शिष्टाचार मुलाकात के उद्देश्य और नेकनीयती पर स्वत: सवाल खड़े होते हैं।
उन्होंने कहा कि यहां मैं जानलेवा बीमारी से जूझ रहा हूं। अपनी मजबूत विचारधारा और प्रशिक्षण के कारण मैं सभी समस्याओं के बावजूद गोवा के लोगों की सेवा कर रहा हूं। मैं समझ रहा था कि आप मुझे जल्द स्वस्थ होने की कामना देने आये हैं, लेकिन आपकी नीयत कुछ और थी।
पूर्व रक्षा मंत्री ने दावा किया कि राफेल विमान सौदा दोनों देशों की सरकार के बीच समझौते और रक्षा प्रक्रियाओं के अनुरूप किया गया।
उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि और आज फिर दोहरा रहा हूं कि राफेल विमान सौदे में राष्ट्र की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए सभी निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन किया गया।
पर्रिकर ने गांधी की उनसे शिष्टाचार मुलाकात पर मंगलवार को प्रकाशित खबरों और उनके दिए गए बयान के बाद कहा कि उनकी गांधी से राफेल पर कोई बात नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि आपकी मुझसे की गयी शिष्टाचार मुलाकात के बाद प्रकाशित समाचारों से मुझे काफी दुख पहुंचा है। मीडिया की खबरों में आज कहा गया कि आपने मेरा हवाला देते हुए बयान दिया कि राफेल विमान सौदे में मैं कहीं नहीं था और इस सौदे की मुझे कोई जानकारी नहीं थी।
मुझे दुख है कि आपने अपनी शिष्टाचार मुलाकात का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए किया। आपने मेरे साथ पांच मिनट की मुलाकात की जिस दौरान न तो आपने राफेल का जिक्र किया न ही हमने इस संबंध में कोई चर्चा की। हमारी मुलाकात में राफेल का कहीं कोई जिक्र नहीं हुआ।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मंगलवार को गोवा विधानसभा की औचक यात्रा की। गांधी ने इस यात्रा के दौरान अपनी पार्टी के विधायकों और गोवा के मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी।
मुलाकात के बाद गांधी ने ट्वीट किया कि आज सुबह मैंने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से मुलाकात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। यह व्यक्तिगत मुलाकात थी।
इसी दिन कोच्चि में पार्टी कार्यकताओं को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि पर्रिकर ने उन्हें बताया है कि उनकी राफेल विमान सौदे में कोई भूमिका नहीं थी।