पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को मुम्बई के लीलावती अस्पताल से निकलने के कुछ घंटों बाद ही नाटकीय ढंग से गोवा विधानसभा में आकर गोवा की जनता को उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना करने के लिए धन्यवाद देने के बाद बजट पेश किया। कमजोर दिख रहे मुख्यमंत्री ने अपने भावुक संबोधन में कहा कि वे अब पूरी तरह ठीक हैं, बस उन्हें किसी से नजदीकी संपर्क से बचने के लिए कहा गया है।
अपने बेटे उत्पल के साथ आए पर्रिकर को वरिष्ठ अधिकारियों और सत्तापक्ष के विधायकों, मंत्रियों ने शुभकामनाएं दीं। बजट पेश करने से पहले अपने संक्षिप्त भाषण में पर्रिकर ने कहा कि विभिन्न मंदिरों, मस्जिदों, गिरिजाघरों या अन्य तरीकों से संदेशों, पत्रों और प्रार्थनाओं में मेरे अच्छे स्वास्थ्य की कामना करने वाले सभी लोगों को मैं धन्यवाद देता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं आपके प्यार से गदगद हूं। इससे मेरी उस धारणा को और मजबूती मिली है कि गोवा और गोवा के लोग मेरा परिवार हैं। आपकी प्रार्थनाओं और पूजा ने मुझे जल्द स्वस्थ होने तथा गोवा लौटने में मदद की।
उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें लोगों से कम मिलने को कहा है। लेकिन, उन्होंने कहा कि वे राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करते रहेंगे।
पर्रिकर ने बजट कोष में श्रम, रोजगार और सूचना प्रोद्यौगिकी पर जोर देते हुए 144.65 करोड़ रुपए के राजस्व आधिक्य का बजट पेश किया। पर्रिकर ने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कहा कि वे पारंपरिक बजट भाषण पढ़ने में असमर्थ हैं।
वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 17,123 करोड़ रुपए का बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि यह वर्ष रोजगार वर्ष होगा। मेरी सरकार उद्योग, श्रम, रोजगार और सूचना प्रोद्यौगिकी को 548.89 करोड़ रुपए का अनुदान देकर स्थानीय रोजगारों का सृजन करेगी।
ऊर्जा मंत्री पांडुरांग मद्कैकर ने बताया कि पर्रिकर अगले बुधवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में हिस्सा लेंगे। विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पर्रिकर के कार्यभार ग्रहण करने के बाद सदन खुश है। उन्होंने पर्रिकर के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।