मोहनपुरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिना नाम लिए गांधी परिवार पर सीधा हमला किया और देश के लिए डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी के योगदान को याद किया।
मोदी ने मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में मोहनपुरा बांध परियोजना का लोकार्पण करते हुए गांधी परिवार के साथ कांग्रेस पर भी जमकर प्रहार किए। उन्होंने गांधी परिवार का नाम लिए बगैर कहा कि एक परिवार का महिमा मंडन करने के लिए दूसरे महापुरुषों के योगदान को नजरअंदाज कर दिया गया।
प्रधानमंत्री ने आज डॉ मुखर्जी की पुण्यतिथि पर बार-बार उनका स्मरण करते हुए कहा कि उनके विचार विद्या, वित्त और विकास का संगम थे। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर सबसे ज्यादा जोर दिया। उनका विजन आज तक लोगों के लिए प्रेरणा है। वर्तमान में केंद्र और जिन भी राज्यों में भाजपा की सरकार है, वहां उनके विजन और नीतियों पर काम किया जा रहा है।
लगभग आधे घंटे में अपने भाषण में उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कई लोग जनता में भ्रम, झूठ और निराशा फैला रहे हैं। ऐसे लोग जमीन से कट चुके हैं। उन्होंने महती जनसभा में बड़ी संख्या में जनता की उपस्थिति को इंगित करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के जमीन से कटने की, आप लोग साक्षात तस्वीर हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर मोहनपुरा बांध के लोकार्पण के साथ ग्रामीण क्षेत्र की तीन नल-जल परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। उन्होंने रोजगार को लेकर विपक्ष के हमले के बारे में कहा कि कई लोगों का रवैया सकारात्मक नहीं है। वे हमारी योजनाओं का मजाक उड़ाते हैं। मुद्रा योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने यह चिंता की है कि लोगों को रोजगार कैसे मिले।
मोदी ने चार साल में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह पहले भी हो सकता था, पर सरकारों ने लोगों पर भरोसा नहीं किया। पिछले चार सालों में हमने कभी निराशा-हताशा की बात नहीं की, सिर्फ विकास का संकल्प किया।
प्रधानमंत्री ने डॉ मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे कहा करते थे कि शासन अंग्रेजों की तरह राज करने के लिए नहीं, बल्कि नागरिकों के सपने पूरे करने के लिए होना चाहिए। जनता की सेवा करते हुए उसके जीवन स्तर को ऊंचा उठाना चाहिए। अपने स्वयं के संसाधनों की ऊर्जा से ही राष्ट्र सुरक्षित रह सकता है।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष राकेश सिंह, जल संसाधन मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा आदि उपस्थित थे।