अजमेर। राज्य की सीमाएं सील होने की खबरों के साथ लाॅकडाउन की अफवाहें वायरल होते ही अजमेर शहर में पडाव, मदारगेट समेत कई बाजारों में दुकानें बंद हो गई। इस बीच बाजार में खरीदारी के लिए लपके लोगों के जमावडें से सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देशों की जमकर धज्जियां उडीं।
प्राप्त जानकारी अनुसार राज्य सरकार द्वारा कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य में प्रवेश की सीमाओं के सील होने के आदेश जारी होते ही सोश्यल मीडिया पर लाॅकडाउन के साथ प्रदेश में तम्बाकू जनित पदार्थों की खरीद बिक्री पर रोक लगने की अफवाहें भी फैल गई।
इसके बाद अजमेर मुख्यालय सहित जिले के बड़े कस्बों में किराणा एवं तम्बाकूजनित पदार्थों की दुकानों के शटर गिरने शुरू हो गए। दिनभर बाजारों में अफवाह के चलते अफरा तफरी का माहौल रहा। खासकर पान मसाले, गुटखे, बीड़ी, तंबाकू की लत वालों ने दुकानों पर पहुंचकर अपने नशे की लत को पूरा करने के लिए अधिक मात्रा में खरीददारी की और स्टॉक जमा किया।
दूसरी ओर व्यापारियों ने भी जमकर चांदी काटते हुए इस व्यसन की वस्तुओं के दोगुने दाम वसूल किए। तम्बाकूजनित पदार्थों के तिगुने दाम तो किराणा सामग्री के दाम बीस प्रतिशत तक व्यापारियों ने बढ़ा दिए।
शहर में सर्वाधिक अफरातफरी क्लाकटावर थाना क्षेत्र के कवंडसपुरा मदार गेट क्षेत्र में रही जहां इन वस्तुओं के थोक व्यापारी मौजूद हैं। वहां से खबर पूरे शहर में इस तरह आग की तरह फैली की दूरदराज तथा गली मोहल्लों तक के छोटे बड़े दुकानदारों के यहां भी इन व्यसनी चीजों को खरीदने के लिए लोग उमड़ते देखे गए।
बहुत से दुकानदारों ने तो पान मसाले, गुटखे, बीड़ी, तंबाकू व जर्दा युक्त पाउच होने के बावजूद अगले दिन अधिक कमाई के लालच में ग्राहकों को देने से इंकार कर दिया जिसके चलते जनसाधारण को निराश भी होना पड़ा।
अजमेर में इस तरह माहौल खराब रहा कि बाजार में सोशलडिस्टैंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ती दिखाई दी। असमंजस के बीच शाम तक भी जिले भर में यही स्थिति बनी रही लेकिन हालातों की सूचना के बावजूद जिला प्रशासन ने ना तो इस संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट की और नाही कोई मुनादी करवा भय दूर करने का प्रयास किया गया। कवंडसपुरा व्यापारी एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजेश गोयल ने बताया कि थाने पर सूचना के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची।