अजमेर। अजमेर के लोहाखान क्षेत्र में सडक विस्तार के बीच में आ रहे करीब डेढ सौ साल पुराने मारोठ भैरुनाथ मंदिर को विधिविधान के साथ रविवार को समीप ही खाली स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया।
बीते दो दिन से चल रहे धार्मिक अनुष्ठान और रीति रिवाज के साथ अति प्राचीन मंदिर को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया पूरी हुई। सुबह मंदिर के नए स्थान को पवित्र करने के लिए भूमि पूजन तथा यज्ञ अनुष्ठान किए गए। मंदिर शिफ्ट किए जाने के इस अनूठे आयोजन में क्षेत्रवासियों का उत्साह देखते ही बनता था।
बिना किसी विवाद और सभी के सहयोग तथा सर्वसम्मति से मंदिर की प्रतिमाओं को को गाजे बाजे के साथ भ्रमण कराया गया। मंहिलाओं ने मंगल गीत गाए। पंडित और आचार्यों ने मंत्रोच्चार के साथ भैरु प्रतिमाओं को नए स्थान पर स्थापित कराया।
इससे पहले शनिवार देर शाम को भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें भैरुनाथ के भजनों का सिलसिला देर रात दो बजे तक चलता रहा। भक्तिपूर्ण माहौल के बीच भैरु भक्तों ने नाच गाकर आस्था प्रकट की।
क्षेत्र के पार्षद महेन्द्र जादम ने बताया कि टीटी कॉलेज से पुलिस लाईन चौराहे तक सडक का चौडीकरण प्रस्तावित है। यह सडक भोपों का बाडा, नई बस्ती और लोहाखान में भी चौडी होनी है। लोहाखान में मारोठ भैरुनाथ मंदिर सडक के बीच में आ रहा था। इस कारण सडक का कार्य बाधित हो रहा था।
क्षेत्र के लोगों ने मंदिर को नजदीक ही शिफ्ट करने पर सहमति जताई इसके बाद पीडब्ल्यूडी क्वार्टर के पास खाली स्थान पर मंदिर बनाया जाना तय हुआ। बिना किसी व्यवधान के भैरुनाथ मंदिर को पूरे रीति रिवाज और धार्मिक अनुष्ठान के साथ स्थानांतरित कर दिया गया।
इस अवसर पर रामदीन सांखला, भंवर लाल सतरावला, गौरव गहलोत, मदनलाल मारोठिया, हितेश मारोठिया, पार्षद महेंद्र यादव, मुकेश सतरावला, विजय मौर्य समेत बडी संख्या में क्षेत्रवासी और भैरुभक्त मौजूद रहे।