जयपुर। राजस्थान में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा जयपुर में संचालित महिला सदन में रह रही बारह बेटियों का शुक्रवार को विवाह सम्पन्न हुआ।
राज्य सरकार ने बेटियों की शादी की पूरी व्यवस्था कर उसकी अगुवाई की है। विभाग के मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, लोकायुक्त एस एस कोठारी और अन्य विभागों के अधिकारी बेटी वाले बनकर बारातियों का स्वागत किया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग इन बेटियों की जिम्मेदारी अधिकारियों के जिम्मे दी गई और आज जब ये बेटियां बड़ी हुई तो हाथ पीले भी उसी विभाग ने किए।
इन बेटियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं मिशन को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमे कभी बोझ नहीं समझे क्योंकि आज हम पूरी तरह से सक्षम है।
विभाग ने वर वधु को महिला सदन की इन बेटियों को शादी के बाद विदाई के दौरान घर गृहस्थी बसाने के लिए 58 तरह के सामान उपहार में दिए। इनमें टीवी, फ्रिज, पंखा, पंलग, ड्रेसिग टेबिल, गद्दे, अलमारी, मिक्सी, सीलिंग फेन, सिलाई मशीन, बर्तन, चूल्हा, खाना बनाने के बर्तन आदि शामिल है।
शादी में राजस्थान अधिकारी संघ द्वारा भोजन की व्यवस्था की गई वहीं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारी संघ ने प्रत्येक बेटी को 11 हजार रुपए, छात्रावास अधीक्षक ने 61 हजार रुपए, राजस्थान प्रशानिक सेवा परिषद द्वारा टेन्ट व्यवस्था, मंत्रालय कर्मचारी संघ के अलावा जन टीवी के ब्यूरो चीफ सुरेन्द्र सुराणा ने 40 हजार रुपए सहयोग किया।
इस अवसर डा़ चतुर्वेदी इन बेटियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि राज्य सरकार निराश्रित बेटियों के पुर्नवास के लिए काम करती है। विभाग द्वारा 2015 में भी 25 से अधिक ऎसी बेटियों की शादी की थी जो आज उनका जीवन अपने ससुराल में सकुशल चल रहा है।