बारां। राजस्थान में बारां जिले के एक एडवोकेट के खिलाफ उसकी ही क्लाइंट रही विवाहिता ने दो साल तक देह-शोषण करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में मामला दर्ज करवाया है।
जिला पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा को दिए परिवाद में आपबीती बयां करने के बाद महिला थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। मंगलवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान लेखबद्ध होंगे।
महिला थाना पुलिस के थानाप्रभारी लच्छीराम नांगाणी ने बताया कि बारां शहर के जगजीवनराम कालोनी अटरू रोड निवासी 36 वर्षीय पीड़िता विवाहिता ने बारां के वकील मनोज जैन के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करवाया कि उसका कोटा से ब्याह हुआ था।
विवाहोपंरात एक पुत्र भी हुआ। कुछ साल बाद 2019 में पति से अनबन हो गई थी। इस विवाद का न्यायालय में परिवाद के लिए बारां के वकील मनोज जैन को तय किया था। एडवोकेट मनोज ने मुकदमें के दौरान 60 हजार रूपए उससे यह कहकर लिए थे कि वह ब्याज समेत वापिस लौटा देंगे। पारिवारिक न्यायालय बारां से मामले में पति प्रमोद के विरूद्व 35 हजार की डिग्री हुई। उसका पैसा उसे मिल गया। लेकिन लिए गए 60 हजार उसे नहीं मिले।
पुलिस के अनुसार पीड़िता ने 27 जनवरी को एसपी कार्यालय पहुंचकर परिवाद देते हुए आपबीती बताई कि मनोज जैन एडवोकेट यह भी धमकियां देता था कि यदि उसने कहे अनुसार काम नहीं किया तो 9 साल के लडके को पति के सुर्पुद करा दूंगा। इस बीच वह बारां के तेलफैक्ट्री स्थित अपने दूसरे मकान पर ले जाता रहा और दो वर्षो से देह शोषण करते हुए दुष्र्कम करता रहा।
एसपी के निर्देश पर महिला थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सम्मुख 164 के बयान होगें। मामले में अनुसंधान जारी है।