वेलिंगटन । भारत के खिलाफ रविवार को होने वाले सीरीज के पांचवें और आखिरी वनडे मैच से पहले मेजबान न्यूजीलैंड को बड़ा झटका लगा है। न्यूजीलैंड के विस्फोटक बल्लेबाज मार्टिन गुप्तिल को अभ्यास के दौरान पीठ में चोट लग गयी जिसके कारण उनका सीरीज के आखिरी मुकाबले में खेलना संदिग्ध है।
गुप्तिल जब शनिवार को क्षेत्ररक्षण का अभ्यास कर रहे थे उसी दौरान उन्हें पीठ में चोट लग गई जिसके बाद उन्हें मैदान के सहायक कर्मचारियों द्वारा मैदान से बाहर ले जाया गया। गुप्तिल की जगह कॉलिन मुनरो न्यूजीलैंड टीम का हिस्सा हो सकते हैं। मुनरो को न्यूजीलैंड की टीम ने ऑकलैंड के लिए सुपर स्मैश में खेलने की इजाजत दी थी। मुनरो अब मेजबान कीवी टीम के साथ जुड़ेंगे।
गौरतलब है कि गुप्तिल का बल्ला भारत के खिलाफ खेली गई इस सीरीज में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सका है। उन्होंने भारत के खिलाफ खेले गए चार वनडे मैचों में मात्र 47 रन बनाए हैं। इसके अलावा मुनरो भी अपनी फार्म से जूझ रहे हैं, उन्होंने अपने तीन मैचों में क्रमश: सात, 31 और आठ रन बनाए हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच चल रही पांच मैचों की एकदिवसीय सीरीज में भारत ने 3-1 से अजेय बढ़त बना ली है और वह पहले ही इस सीरीज को अपने नाम कर चुका है। इस सीरीज का पांचवा और अंतिम मैच रविवार तीन फरवरी को वेलिंगटन में खेला जाएगा।
मोदी ने कहा कि बंगाल में तृणमूल तोलाबाजी टैक्स–‘टीटीटी’ देना पड़ता है, “अब तक किसी ने उसे चुनौती नहीं दी जिसने टीटीटी लगाया। माेदी ने समस्याओं का सामना कर रहे लोगों खासकर महिलाओं से माफी मांगी और आश्वासन दिया कि पार्टी राज्य पर ध्यान देगी।”
मोदी पश्चिम बंगाल में विकास एवं आधारभूत संरचना को लेकर कहा कि राज्य सरकार इसके बारे में गंभीर नहीं है। उन्होंने राज्य में आधारभूत संरचना के विकास का हवाला देते हुए कहा कि 90, 000 करोड़ रुपये की परियोजना राज्य सरकार के रवैये के कारण धीमी गति से बढ़ रही है। यहां की सरकार केंद्र से सहयोग नहीं कर रही है, उनका विकास विरोधी दृष्टिकोण है।
प्रधानमंत्री ने बजट का हवाला देते हुए कहा कि आईटी को विशेष रूप से राहत दी गयी है। उन्होंने कहा कि यह केवल ‘ट्रेलर’ है चुनाव के बाद पेश किया जाना वाला बजट नये भारत की रूप रेखा तैयार करेगा। मोदी ने शुक्रवार को पेश किये गये बजट में किसानों के लिए प्रति वर्ष 6,000 रुपये नकद सीधे हस्तांतरण किये जाने का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा, “सबका साथ-सबका विकास” क्या है, इसका प्रमाण इस (अंतरिम बजट 2019) में दिखाई देता है। इसमें समाज के सभी वर्गों के लिए कुछ व्यवस्था की गयी है। मैं सोचता था कि दीदी जो वाम के शासन काल में खुद भी पीड़ित थीं, वह उस रास्ते पर नहीं चलेंगी लेकिन मैं आश्चर्यचकित हूं कि उन्होंने भी वही तरीका अपनाया है।” प्रधानमंत्री ने कहा, “आप मुझसे यह लिखवाकर ले लीजिए कि इनका जाना तय है।”