नयी दिल्ली देश की यात्री कार बनाने वाली अग्रणी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड पेट्रोल-डीजल से चलने वाली अपनी सभी छोटी कारों के बदले पर्यावरण के अनुकूल और स्वच्छ ईंधन वाले सीएनजी संस्करण लायेगी।
कंपनी ने अगले वर्ष मार्च से अपने पोर्टफोलियो से पेट्रोल और डीजल से चलने वाली सभी कार की बिक्री रोकने की पहली ही घोषणा की थी। ऐसा माना जा रहा है कि कंपनी कार बाजार में अपनी पकड़ को मजबूत बनाये रखने के लिए सीएनजी संस्करण पर जोर देगी।
वर्तमान में मारुति की ऑल्टो, ऑल्टो के10, वैग्नआर, सेलेरियो, डिजायर, टूर एस, ईको और छोटे ट्रक सुपर कैरी समेत आठ सीएनजी मॉडलों की बिक्री करती है।
कंपनी के कुल 16 मॉडल बाजार में उपलब्ध हैं और घरेलू बाजार में डीजल कारों की बिक्री में उसका 23 प्रतिशत हिस्सा है। मारुति की कुल बिक्री में सीएनजी वाहनों का हिस्सा मात्र सात प्रतिशत है।
मारुति सुजुकी के अध्यक्ष आर.सी. भार्गव का कहना है कि कंपनी का पूरा ध्यान मेड इन इंडिया और फैक्ट्री फिटेड सीएनजी वाहनों पर रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार देश में सीएनजी वितरण व्यवस्था का व्यापक विस्तार करना चाहती है और उसने देश के विभिन्न हिस्सों में दस हजार सीएनजी फिलिंग स्टेशन खोलने का पहले ही ऐलान कर रखा है।गौरतलब है कि फिलहाल सीएनजी फिलिंग स्टेशन मुख्यत: दिल्ली समेत राष्ट्रीय राजधानी के कुछ क्षेत्र, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, गुजरात और मुंबई में है।
कंपनी ने बताया कि बीते वित्त वर्ष में उसका सीएनजी गाड़ियों का उत्पादन 40 प्रतिशत तक बढ़ाया गया था और चालू वित्त वर्ष में इसे 50 प्रतिशत तक करने की योजना है।
ज्ञात हो कि देश में ईंधन की कुल माँग का करीब 70 प्रतिशत आयात किया जाता है और इस पर सबसे अधिक विदेशी मुद्रा व्यय करनी पड़ती है।
कंपनी ने यह निर्णय तेल की खपत घटाने और वाहन प्रदूषण में कमी लाने के मकसद से किया है।