इस्लामाबाद। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने अपने पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के एक मामले में कैद करने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।
मरियम ने इस्लामाबाद स्थित जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश मुहम्मद अरशद मलिक पर दबाव में शरीफ के खिलाफ फैसला सुनाने के आरोप लगाए हैं। अपने आरोपों को प्रमाणित करने के लिए मरियम ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में एक वीडियो जारी किया था।
इस वीडियो में कथित रूप से न्यायाधीश मलिक पीएमएलएन के समर्थक नसीर बट्ट से ये कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि शरीफ के खिलाफ फैसला लिखने के लिए उन पर दबाव डाला गया था। न्यायाधीश मलिक ने इन आरोपों को झूठा करार दिया है। न्यायाधीश मलिक की ओर से अदालत के पंजीयक ने रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसका खंडन करते हुए इसे धोखाधड़ी और बेबुनियाद बताया।
न्यायाधीश मलिक ने कहा कि मुझे अपराध बोध है और ऐसा गलत करने के कारण मैं सो नहीं सकता जिसे करने के लिए मुझ पर दबाव डाला गया। गौरतलब है कि 69 वर्षीय नवाज शरीफ भ्रष्टाचार के एक मामले में 24 दिसंबर 2018 से लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद हैं।
नवाज शरीफ के परिवार ने किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार से इनकार करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित साजिश करार दिया है। प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने इसे न्यायपालिका पर हमला बताते हुए कहा कि वीडियो फर्जी है और इसकी फॉरेंसिक जांच की मांग की है। मरियम ने कहा कि वीडियो सामने आने के बाद उनके पिता को रिहा कर देना चाहिए।