नई दिल्ली। देश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विग्यान संस्थान (एम्स) में शनिवार को बड़ा हादसा टल गया। संस्थान के प्रशिक्षण विभाग में आज आग लग गई, अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
अग्निशमन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आग लगने की सूचना शाम 5.55 बजे मिली और तुरंत गाड़ियों को रवाना किया गया। विभाग ने बताया कि 34 गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गई हैं। आग लगने से अभी तक किसी के हताहत अथवा घायल होने की सूचना नहीं है। आग एम्स के प्रशिक्षण विभाग की दूसरी मंजिल पर लगी और देखते-देखते भयंकर रूप धारण कर लिया।
आग लगने के कुछ ही मिनटों में अग्निशमन विभाग का राहत दस्ता वहां पहुंच गया। अग्निशमन विभाग और सुरक्षाकर्मियों से लोगों को वहां से निकालने में काफी तत्परता से काम किया। इस मंजिल पर प्रशिक्षु डाक्टरों के रहने के कमरे और प्रयोगशालाएं हैं। इस इमारत में मरीजों के वार्ड नहीं हैं।
आग के सही कारण का अभी पता नहीं लगा है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि शार्ट सर्किट की वजह से यह हादसा हुआ है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली नौ अगस्त से एम्स के सघन चिकित्सा केंद्र में भर्ती हैं। उनकी हालत ‘नाजुक’ है। इस वजह से एम्स में गणमान्यों का लगातार आना जाना बना हुआ है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्य नाथ शुक्रवार को जेटली का हालचाल जानने एम्स पहुंचे थे। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के अलावा आज अन्य कई केंद्रीय मंत्री ने भी एम्स जाकर जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली।