नागौर/अजमेर। बोरावड़ कस्बे के बाग वाले बालाजी मन्दिर प्रांगण में शनिवार की देर शाम को अजमेर के आगरा गेट गणेश मन्दिर के मंहत पण्डित घनश्यामाचार्य के मुख्य आतिथ्य तथा मां कामख्या ज्योतिष एवं वैदिक शौध संस्थान के निदेशक आचार्य पण्डित विमल पारीक के सान्निध्य में मौसम के पूर्वानुमान के लिए ध्वज पूजन के साथ खुले आसमान के नीचे वायु परीक्षण किया गया।
परीक्षण के पश्चात आचार्य पारीक ने बताया कि आचार्य वाराह मिहिर पद्वति के अनुसार आषाढ माह की पुर्णिमा के दिन संध्या के समय उत्तरमूखी वायू प्रवाहित होना शुभफलदात्री बताया गया। आचार्य के अनुसार इसे मौसम के लिए शुभाशुभ समवर्षा के संकेत के रूप में देखा जाता है। इससे पहले आचार्यों ने भगवान गणेश का पूजन कर ध्वज यंत्र की पूजा कर ध्वज को उंचे स्थान पर स्थापित करते हुए वायू के प्रवाह की गणना तथा परिक्षण किया।
इस दौरान कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अजमेर के हस्तरेखा विशेषज्ञ ऋषिराज शर्मा, सरपंच भंवरलाल मेघवाल, महन्त रामदयाल वैष्णव, मन्दिर विकास समिति के सचिव शान्तिस्वरूप सोनी, भाजपा मकराना शहर मण्डल अध्यक्ष घनश्याम सोनी, भाजपा बोरावड़ मण्डल अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा, ब्राह्मण समाज के मकराना तहसील अध्यक्ष कैलाश शर्मा (यूपी वाले), सत्यनारायण व्यास, पूर्व पार्षद मकराना विक्रम चौहान, व्यापार मण्डल सचिव जयसिंह कोटेचा, वार्डपंच प्रकाश सोनगरा, हरिशंकर व्यास, रवि जोशी, बाबूलाल सोनी, महेन्द्र दुगड़, कीर्ति कुमार गेलड़ा, व्याख्याता रामगोपाल लखारा, सन्दीप जोशी, कैलाश गेलड़ा, शान्तिलाल गेलड़ा, विनोद जोशी, कैलाश चन्द सोनी आदि मौजूद रहे।