नई दिल्ली। बेशुमार दौलत से भरपूर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का पूरा 13वां संस्करण संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हो सकता है और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इसके लिए 26 सितम्बर से सात नवम्बर तक की गैर आधिकारिक विंडो तय की है।
बीसीसीआई इस बारे में अंतिम फैसला तभी घोषित करेगा जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) 18 अक्टूबर से 15 नवम्बर तक ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप को स्थगित करने की घोषणा करे जिसकी सम्भावना लगाई जा रही है।
क्रिकइंफो के अनुसार समझा जाता है कि बीसीसीआई ने भारत सरकार को पत्र लिखकर टूर्नामेंट को यूएई में कराने की अनुमति मांगी है। बोर्ड ने साथ ही टीमों के खिलाड़ियों और अधिकारियों की यात्रा के लिए आवश्यक अनुमति भी मांगी है।
आईपीएल को इस साल 29 मार्च से होना था लेकिन कोरोना वायरस के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। सितम्बर में यूएई में होने वाले एशिया कप टी-20 टूर्नामेंट को भी स्थगित कर दिया गया है।
बीसीसीआई के लिए आईपीएल के आयोजन की संभावना तभी बन सकती है जब आईसीसी अक्टूबर-नवम्बर में होने वाले टी-20 विश्व कप को स्थगित करे। ऑस्ट्रेलिया ने जो अपना घरेलू सत्र का कार्यक्रम घोषित किया है उसके अनुसार भारत को विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया में तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेलनी है।
शुक्रवार को बीसीसीआई की सर्वोच्च परिषद की बैठक में आईपीएल के यूएई में खेले जाने की संभावना पर विचार किया गया। समझा जाता है कि बीसीसीआई अब भी आईपीएल को भारत में कराना चाहता है लेकिन देश में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए वह यूएई को विकल्प के तौर पर तैयार कर रही है। भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख 38 हजार 716 हाे गई है और मृतकों की संख्या 26751 पहुंच गई है। भारत कोरोना संक्रमितों के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर है।
बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने हाल ही कहा था कि प्राथमिकता भारत है और विदेशी जमीन पर आईपीएल को कराना आखिरी विकल्प होगा। बीसीसीआई पहले आईपीएल को दर्शकों के बिना कम स्थलों पर कराना चाहती थी और उसने मुंबई को इसके लिए चुना भी था लेकिन महाराष्ट्र और मुंबई में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र में कोविड-19 से अब तक 2 लाख 92 हजार 589 लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश में किसी एक राज्य में सर्वाधिक है।
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने जून में राज्य संघों को पत्र लिखकर कहा था कि बोर्ड को इस वर्ष आईपीएल कराने की उम्मीद है और खाली स्टेडियम सहित सभी विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
अगर आईपीएल को यूएई में कराया जाता है तो यह दूसरी बार होगा जब आईपीएल यूएई में आयोजित होगा। इससे पहले 2014 में भारत में आम चुनाव के कारण आईपीएल का पहला चरण यूएई में आयोजित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि गत अप्रैल में अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने बीसीसीआई को पत्र लिख आईपीएल को यूएई में कराने का विकल्प बताया था। इसीबी के सचिव मुबाशशिर उस्मानी ने कहा कि अगर बीसीसीआई आईपीएल यूएई में कराता है तो हम इसे अपना पूरा समर्थन देंगे। हम इसके लिए हर समर्थन देंगे और प्रोटोकॉल का पालन भी करेंगे तथा सरकार से आईपीएल की मेजबानी करने की इजाजत लेंगे। हमें बीसीसीआई से लिखित पुष्टि का इंतजार है।
ऐसा माना जा रहा है कि अगर यूएई में आईपीएल कराया जाता है तो इसके मुकाबले दुबई, अबु धाबी और शारजाह में कराए जाएंगे। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आईपीएल के मुकाबले दुबई की आईसीसी अकादमी में भी कराए जाएंगे या नहीं। ऐसी संभावना है कि यह टूर्नामेंट दर्शकों के बिना आयोजित कराया जाए।
गत 13 जुलाई को फ्रेंचाईजी की बैठक में टूर्नामेंट को यूएई में कराने पर चर्चा की गई थी। महामारी के कारण ना सिर्फ भारतीय खिलाड़ी बल्कि दुनियाभर के कई खिलाड़ी मैदान से बाहर चल रहे हैं। फ्रेंचाइजी टीमों की मुख्य चिंता इस बात को लेकर है कि छह सप्ताह चलने वाले टूर्नामेंट से पहले खिलाड़ियों को पर्याप्त प्रशिक्षण चाहिए।
समझा जाता है कि अगर आईपीएल को यूएई में कराया जाता है तो फ्रेंचाइजी टीमें वहां महीने भर पहले खिलाड़ियों के साथ पहुंचेगी ताकि यूएई सरकार के किसी भी क्वारेंटीन नियम का पालन किया जा सके।
यह भी समझा जाता है कि बीसीसीआई ने आईपीएल के फाइनल मुकाबले की संभावित तारीख सात नवंबर इसलिए चुनी है ताकि भारतीय टीम को दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले थोड़ा आराम दिया जा सके।