नयी दिल्ली । बहुजन समाज पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन समाप्त करने की घोषणा करते हुए मंगलवार को कहा कि सपा के लोगों ने भितरधात किया है इसलिए बसपा उत्तरप्रदेश में आगामी विधानसभा उप चुनाव अकेले लड़ेगी।
मायावती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि लोकसभा चुनाव में सपा का आधार वोट अर्थात् यादव समाज अपने यादव-बाहुल्य सीटों पर भी सपा के साथ पूरी मज़बूती के साथ टिका नहीं रह सका है और भितरघात किया। इसके कारण यादव बाहुल्य सीटों पर भी सपा के मज़बूत उम्मीदवार हार गये।
क़न्नौज में डिम्पल यादव, बदायूँ में धर्मेन्द्र यादव और फिरोज़ाबाद में रामगोपाल यादव के बेटे काे भी हार का सामना करना जो बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करता है। मायावती ने कहा कि सपा का वोट बसपा के उम्मीदवारों को स्थानांतरित नहीं हुआ है। सपा के नेताओं को अपना वोट बैंक बसपा के पक्ष में कराने के लिए जमीनी स्तर पर काम करना होगा। इसके लिए सपा के नेताओं को काफी समय लगेगा, इसलिए बसपा ने उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा उपचुनाव में अकेले उतरने का फैसला किया है।
बसपा नेता ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव के साथ बेहतर रिश्ते होने का उल्लेख करते हुए कहा कि सपा केे साथ भविष्य में गठबंधन के रास्ते बंद नहीं हुए हैं, यदि अखिलेश यादव बेहतर काम करते हैं तो उनके साथ फिर मिलकर चला जायेगा।