लखनऊ । अर्थव्यवस्था में सुस्ती और बेरोजगारी के स्तर में बढोत्तरी को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुये कहा है कि जनता के पास अब पछताने के सिवा और कुछ नहीं है।
मायावती ने गुरूवार को कहा कि “ श्रम मंत्रालय ने लोकसभा चुनाव के बाद अब अपने डेटा से इस बुरी खबर को प्रमाणित कर दिया है कि देश में बेरोजगारी की दर पिछले 45 सालों में सबसे अधिक 6.1 प्रतिशत पर जा पहुंची है। परन्तु गरीबी और बेरोजगारी के शिकार करोड़ों लोगों द्वारा अब पछताने से क्या होगा जब चिड़िया चुग गई खेत। ”
उन्होने कहा “ देश के लिए यह भी अच्छी खबर नहीं है कि भारत के आर्थिक विकास की दर घट कर 5.8 पर होकर काफी नीचे चली गई है। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) विकास की यह दर कृषि व फैक्ट्री उत्पाद में भारी गिरावट का परिणाम है। पहले से ही काफी त्रस्त देश की गरीब जनता के जीवन का सही कल्याण कैसे होगा।”
गौरतलब है कि पिछले वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की दर घटकर 5.8 प्रतिशत पर आ गयी है। वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 7.2 प्रतिशत के जीडीपी ग्रोथ रेट का लक्ष्य रखा गया था जो 0.04 फीसदी से पिछड़ गया।