अजमेर। राजस्थान में अजमेर के महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के बहुचर्चित रिश्वतखोरी मामले में रिश्वत देने और दिलाने के आरोप में अन्य एक नामजद आरोपी राजेन्द्र चौधरी को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार करके कल उसे भ्रष्टाचार मामलों की विशेष अदालत में पेश किया जहां से उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
जांच अधिकारी हिमांशु शर्मा ने आज बताया कि राजेंद्र कुचामन सिटी में कैरियर प्वाइंट महाविद्यालय का संचालन करता है। वह अपने महाविद्यालय को परीक्षा केन्द्र बनाने के साथ साथ मुख्य दलाल रणजीत के जरिये अन्य लोगों के काम भी रिश्वत देकर कराता था।
जांच के दौरान इस बात की पुष्टि हुई है कि राजेंद्र चौधरी ने अपने महाविद्यालय में सीटें बढ़वाने के लिए दलाल रणजीत के जरिये कुलपति प्रो. आरपी सिंह को रिश्वत दी थी। राजेंद्र चौधरी एक तरह से रणजीत के लिए दलाली का काम किया करता था।
उन्होंने बताया कि राजेंद्र चौधरी से कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की संभावना है। इस मामले में अब तक चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें कुलपति आरपी सिंह, मुख्य दलाल रणजीत और रिश्वत लाने वाला महिपाल पहले से ही न्यायिक अभिरक्षा में हैं।