अजमेर। राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार इस वर्ष रोग मुक्त राजस्थान के उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रही हैं और स्वस्थ राजस्थान का निर्माण उसका लक्ष्य है।
डॉ. शर्मा ने बुधवार को अजमेर के आजाद पार्क में राज्य स्तरीय चार दिवसीय आरोग्य मेले के शुभारंभ के अवसर पर कहा कि हम वर्ष 2019 में रोग मुक्त राजस्थान के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं और स्वस्थ राजस्थान का निर्माण हमारा लक्ष्य हैं।
उन्होंने कहा कि आयुष की सभी पद्दतियों जिनमें आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी चिकित्सा शामिल है, के तहत सभी को मजबूत बनाने में जुटे हैं। यह प्रदेश के कोने कोने में सुलभ हो, इसका प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने आयुष महकमों से इस तरह की अग्रिम योजना बनाने का आह्वान किया जिससे मौसमी बीमारियों का बचाव संभव हो सके। देश की प्राचीनतम पद्धति आयुर्वेद की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि हाल में स्वाइन फ्लू के मामले में आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया जाना बहुत ही अच्छा रहा और यह उपचार में कारगर साबित हुआ।
उन्होंने चिकित्सा की सभी विधाओं का आम आदमी की जिंदगी में उपयोग हो सके। इसके लिए आम और आवाम न केवल आयुर्वेद बल्कि सभी विधाओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से एक ही स्थान पर आज आरोग्य मेला आयोजित करने का मकसद है ताकि आम लोग चिकित्सा की विधाओं से परिचित होकर न केवल स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो बल्कि आम आदमियों का विश्वास भी उनमें पैदा हो।
उन्होंने सरकार की ओर से भरोसा दिलाया कि आयुष की चिकित्सा पद्धति प्रदेश के नागरिक को सरल एवं सुलभ तरीके से उपलब्ध हो। इस बात के युद्धस्तर पर काम चल रहा है।
डॉ. शर्मा ने प्राकृतिक चिकित्सा के तहत विशिष्ट चिकित्सा श्रेणी वाले पंचकर्म उपक्रम के बारे में कहा कि इसके लिए पूरे प्रदेश में शहर से 15-20 किलोमीटर दूर बड़े भूभाग पर केंद्र स्थापित किए जाने चाहिए ताकि क्षेत्र की सामान्य जनता के अलावा दूरदराज से आने वाले पर्यटक भी इसका लाभ ले सके।
उन्होंने जनसंख्या के हिसाब से बढ़ते मरीजों में बीमारी का खतरा बने रहने पर आयुष की सभी पद्धतियों को खासकर आयुर्वेद को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जनता जब इन पद्धतियों को अपनाएगी और उसका उपयोग करेगी तो सरकार की ओर से भी उन्हें उत्तरोतर गति प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर चिकित्सा राज्य मंत्री डा. सुभाष गर्ग ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सबके लिए के लक्ष्य को जनता तक पहुंचाने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी। इसके बाद डॉ. शर्मा एवं डॉ. गर्ग ने आयोजन स्थल पर लगाई गई साठ से ज्यादा स्टॉलों का अवलोकन भी किया, जिसमे आयुष की सभी विधाओं से संबंधित प्रदर्शनी लगाई गई। सभी पद्धतियों से जुड़े मेडिकल स्टॉल में ओपीडी कार्य भी चलाया गया जहां आने वाले मरीजों को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
मेले में केंद्र सरकार के आयुष शिक्षा एवं चिकित्सा संस्थान तथा आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा एवं सिद्धा, केंद्रीय अनुसंधान परिषदों के साथ राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर, मदन मोहन मालवीय आयुर्वेद महाविद्यालय उदयपुर, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के साथ राज्य औषध पादप मंडल के हर्बल प्लांट्स की प्रदर्शनियां भी लगाई गई हैं।
आयुष विभाग का सोफ्टवेयर लॉन्च
समारोह में आयुष विभाग की एक सोफ्टवेयर भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने लॉन्च किया। जिसमें विभाग से संबंधित समस्त सुविधाए एवं अन्य जानकारियां उपलब्ध है। इस मौके पर आयुर्वेद निदेशक स्नेहलता पंवार ने बताया कि आयुष (आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी चिकित्सा) में सूचना, शिक्षा एवं संप्रेषण के अन्तर्गत विगत वर्षो से आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा राज्य के बडे शहरों में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय आरोग्य मेलों का आयोजन किया जाता रहा है।
राष्ट्रीय स्तर का आरोग्य मेला जयपुर में तथा राज्य स्तरीय आरोग्य मेला उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर व भरतपुर में आयोजित हो चुके है। आरोग्य मेले के आयोजन का उद्देश्य ‘स्वास्थ्य सबके लिए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सस्ती, सरल एवं सुलभ आयुष पद्धति की प्रभावशीलता के बारे में नागरिकों मे जागरूकता उत्पन्न करना, आयुष पद्धति से जुडे हुए लोगों के ज्ञान एवं अनुभव का आदान-प्रदान करने के लिए उचित मंच उपलब्ध करवाना तथा आयुष पद्धतियों की रोगों से बचाव एवं उपचार में विशेषता से जनसामान्य को लाभान्वित करना है।