अजमेर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता इंसान की जान बचाना है।
गालरिया ने आज संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान एवं अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आने वाली सर्दियों के समय को देखते हुए तथा मरीजों की बढ़ती संभावना की आशंका के मद्देनजर अजमेर में अस्पताल की व्यवस्थाएं अग्रिम रूप से तैयार की जा रही है जिसके चलते आने वाले दिनों में 200 नए बिस्तरों (बेड) का इजाफा किया जा रहा है। वर्तमान में 150 बेड आईसीयू के तथा 150 बेड ऑक्सीजन युक्त है।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अस्पताल में इनकी संख्या 500 तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए भी लाइन बिछाने का काम चल रहा है। एक हजार सिलेंडर के अलावा ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की जा रही है।
गालरिया ने कहा कि इन दिनों कोविड मरीजों की संख्या में कुछ राहत है लेकिन आने वाली परिस्थितियों को देखते हुए हमें तैयार रहना होगा। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इंटर्न डॉक्टर की मांग पर कमेटी विचार कर रही है और उस पर जल्दी ही सकारात्मक निर्णय होगा।
उन्होंने अस्पताल के वार्ड, आईसीयू का दौरा किया, मरीजों व उनके परिजनों से बातचीत की तथा सभी व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। उन्होंने कॉलेज प्राचार्य डॉ. वीर बहादुर सिंह तथा उपाचार्य एवं कोविड प्रभारी डॉ. संजीव माहेश्वरी के साथ भी समीक्षा बैठक ली और दिशानिर्देश दिए।