जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार को युवाओं के सपने साकार करने के लिए उचित अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए कहा है कि प्रदेश में अब तक लगभग 1.25 लाख सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं।
गहलोत आज जयपुर के बिड़ला सभागार में दो दिवसीय मेगा जॉब फेयर के पहले दिन आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लगभग इतने ही पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है तथा एक लाख नौकरियों की और घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि आने वाला बजट राज्य के युवाओं और छात्रों को समर्पित होगा। उन्होंने युवाओं से आगे बढ़कर बजट के लिए अधिक से अधिक सुझाव राज्य सरकार को भेजने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों से ही राज्य में निरंतर रोजगार सृजित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेगा जॉब फेयर में पंजीकरण अधिक होने के कारण इसका आयोजन दो दिवसीय कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मेगा जॉब फेयर में मेरिट के आधार पर नौकरी के लिए चयन हो रहा है तथा युवाओं को मौके पर ही ऑफर लेटर दिए जा रहे हैं। युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराना राज्य सरकार का दायित्व है। उन्होंने कहा कि इस तरह के जॉब फेयर का आयोजन राज्य के प्रत्येक जिले में किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेगा जॉब फेयर में नौकरी प्राप्त करने वाले छात्रों से मिलकर उनकी हौंसला अफज़ाई की तथा उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस दौरान जॉब फेयर में आई प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ निजी क्षेत्र में लगभग 30 हजार नौकरियां सृजित करने के लिए एमओयू साइन किया गया।
हुनरमंद युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे इस दो दिवसीय जॉब फेयर के लिए लगभग 43 हजार युवाओं ने पंजीकरण करवाया है। जॉब फेयर में 17 सेक्टर की 60 से ज्यादा निजी कम्पनियों द्वारा लगभग 10 हजार वेकेंसी को भरने के लिए साक्षात्कार लिए जाएंगे।
पहले दिन ही लगभग 16500 युवाओं का साक्षात्कार लेकर व 5000 से अधिक प्रतिभागियों को शॉर्टलिस्ट किया जाकर लगभग 825 युवाओं को मौके पर ही प्लेसमेंट दिया जा चुका है। इस प्रकार रोजगार सृजन के क्षेत्र में राजस्थान लगातार प्रगति कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में अधिक से अधिक उद्योग स्थापित करने व निवेश लाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। राज्य सरकार की नीतियों के कारण ही इन्वेस्ट राजस्थान समिट में देश भर से आए निवेशकों के साथ 11 लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए। साथ ही लघु उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए एमएसएमई एक्ट लाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की आज पूरे देश में चर्चा है। गहलोत ने कहा कि वर्तमान युग आईटी का युग है। स्वर्गीय राजीव गांधी का देश को आई.टी. से जोड़ने का स्वप्न आज साकार हो रहा है। राज्य सरकार प्रदेश में आईटी क्षेत्र को प्रोत्साहन देने के लिए लगातार निर्णय ले रही है।
आज प्रदेश में लगभग 80 हजार ई-मित्र के माध्यम से जनता को 600 सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही हैं। डीबीटी के द्वारा गरीबों के खातों में सीधे राशि जमा कर उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन अप्रूवल की व्यवस्था की गई है। इस प्रकार आज आमजन को पारदर्शी सुशासन देने में आईटी की महत्वपूर्ण भूमिका है।
कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि मुख्यमंत्री की युवाओं के प्रति सकारात्मक सोच के कारण ही यह मेगा जॉब फेयर सम्भव हो पाया है। इससे प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वारा खुले हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जॉब फेयर में लगे विभिन्न स्टॉल्स का अवलोकन किया तथा वहां मौजूद युवाओं से मिलकर बातचीत की।