जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज यहां आरोप लगाया कि बैंकों का पैसा लेकर भागे मेहुल चौकसी ने केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली की पुत्री के खाते में रिश्वत का पैसा जमा कराया है।
गांधी ने शक्तिकेंद्र के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार का पैसा वित्तमंत्री जेटली के पास भी गया है। बैंकाें का पैसा लेकर भागे मेहुल चौकसी ने उनकी बेटी के खाते में पैसे डलवाए हैं। गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीरव मोदी और ललित मोदी की चौकीदारी करते हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर इनके नाम के साथ मोदी शब्द क्यों जुड़ा हुआ है।
उन्होंने मोदी पर आरोप लगाया कि नोटबंदी के जरिए आम आदमी की जेब से पैसा निकालकर बैंकों में डलवाया गया जिसे बाद में अनिल अम्बानी जैसे उद्योगपतियों को बांट दिया। अनिल अम्बानी की जेब में 30 हजार करोड़ रुपए डाले गए। उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो उद्योगपतियों से बैंक की चाभी लेकर आम आदमी को सौंपी जाएगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो युवा उद्यमियों को नया उद्योग खड़ा करने पर तीन वर्ष तक कोई सरकारी इजाजत की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके बाद वे औपचारिकता पूरी कर सकते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के स्टार्टअप मेक इन इंडिया को ढकोसला बताते हुए कहा कि हकीकत में सरकार ने कोई काम नहीं किया।
गांधी ने जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बताते हुए कहा कि कांगेस का शासन आया तो इसे हटाकर एक सरल और साधारण टैक्स लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को अभी पांच करों का सामना करना पड़ता है। तथा आयकर विभाग वाले उनका खून चूसते हैं।
15 लाख रुपए हर बैंक खाते में डालने के मोदी के वादे को याद करते हुए गांधी ने कहा कि उनका यह विचार बहुत अच्छा था, लेकिन उन्होंने 15 लाख की बात गलत बोली। हमने बड़े बड़े अर्थशास्त्रियों से सम्पर्क करके न्यूनतम आय योजना बनाई जिसमें 20 प्रतिशत गरीब परिवारों के बैंक खाते में हर वर्ष तीन लाख साठ हजार रुपए जमा होंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि 21वीं सदी में एक भी गरीब नहीं रहे तथा 12 हजार रुपए न्यूनतम आय की लाइन निर्धारित की गई है जिससे कम कमाई करने वालों के खाते में सरकार उसकी भरपाई करेगी।
शक्ति केंद्र के कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य में उनका उपयोग पार्टी संगठन में किया जाएगा, यह लम्बा रास्ता हो सकता है, लेकिन उन्हें संगठन में जगह मिलेगी। इस अवसर पर शक्ति केंद्र के 10 कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया।