हैरान करने वाली बात है कि, जो लोग जिम जाकर अपने बॉडी को मेंटेन करते हैं वह लोग सर्जन के पास ब्रेस्ट बड़ा होने की समस्या को लेकर आते हैं। आजकल पुरुषों में उनके स्तन की बढ़ने की समस्या बहुत तेजी से बाद रही है। दिल्ली के कॉस्मेटिक सर्जन का मानना है कि, आजकल पुरुष उनके पास अपने स्तन की बढ़ने की समस्या को बहुत लोग लेकर आ रहे है। जय स्तन की समस्या महिला लेकर आती है पुरुष उनसे 3 गुना ज्यादा आ रहे है।
यह है एक बीमारी
बीएलके सुपर स्पेशियलिटी कॉस्मेटिक सर्जन डिपार्टमेंट के हेड ‘बाथ’ बताते हैं कि,“पुरुषो में स्तन बढ़ने की समस्या उनमे एक बीमारी के कारण होती है। पुरुषो में स्तन बढ़ने की समस्या का कारण महिला हारमोंस एंड्रोजेन्स और आस्ट्रोजन है। जब भी इन हारमोंस में असंतुलन पैदा होता है जब पुरुषो में स्तन बढ़ने की समस्या उत्पन होती है। पुरुसो में स्तन बढ़ने की समस्या अथार्त इस बीमारी को गाइनेकोमैस्टिया के नाम से भी जाना जाता है।
विशेषज्ञों का कहना है पुरुसो में स्तनों की बीमारी अधिकतर 19 वर्ष से लेकर 26 वर्ष तक के पुरुषों में होती है। किसी किसी पुरुष के स्तन बढ़ने की समस्या बड़े उम्र में भी हो जाती है। आप सोच रहे होंगे कि पुरुषों में फीमेल हार्मोन कहां से आ गए। पुरुषों में भी फीमेल हार्मोन की मात्रा पायी जाती है लेकिन पुरुसो में फीमेल हार्मोन की मात्रा बहुत कम होती है।
पुरुषों में उनका स्तनों की समस्या फीमेल हार्मोन के प्राकृतिक असंतुलन के कारण होती है जो कि, तब होता है जब पुरुष का शरीर फीमेल हार्मोन के प्रति संवेदना व्यक्त करता है। परन्तु हर किसी पुरुषों में स्तनों की समस्या का कारण फीमेल हार्मोन ही नहीं होता। कई ऐसे और भी कारण है जिनके कारण भी पुरुषों के स्तनों की समस्या उत्पन होती है।
नॉनवेज का सेवन
ऐसे लोग जो नॉनवेजिटेरियन है और मांस का सेवन अत्यघिक मात्रा में करते हैं उन लोगो को भी स्तनों समस्या का खतरा रहता है। यदि कोई पुरुष मांस का सेवन अधिक करता है तो उसे अपने शारीरिक श्रम को भी बढ़ाना होगा। नहीं तो उसे भी गाइनेकोमैस्टिया हो सकता है।
स्टेरॉयड है सबसे बड़ा कारण
कुछ लोग अपनी बॉडी को जल्द ही निर्मित करना चाहते है वह लोग बॉडी बनाने के लिए स्टेरॉयड का प्रयोग इस्तेमाल करने लगते है। ऐसे लोग स्टेरॉयड से भरे न्यूट्रिशनल पदार्थों का उपयोग अघिक मात्रा में करते हैं। लेकिन,एस्टरॉयड हमारे शरीर में एंड्रोजेन्सकी प्रजेंस को बढ़ाता है। जब आस्ट्रोजेन से सम्बंधित किसी चीज में बढ़ोतरी होती है तो, पुरुषों के स्तन का आकार भी बढ़ने लगता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि, वह स्टेरॉइड की मदद से बॉडी बनाने वाले लोगों के खिलाफ हैं। बड़े स्पोर्ट्स में भी स्टेरॉयड के उपयोग को अब बंद कर दिया गया है। एस्ट्रॉयड के अधिक प्रयोग से ना केवल स्तन में बढ़ोतरी होती है बल्कि, इससे हमारी किडनी फेल होने का खतरा भी रहता है।