रामपुर। उत्तर प्रदेश में रामपुर के मशहूर नवाबी खानदान की मेहरुन्निसा खान की तस्वीर वाला मेन्यू कार्ड भारतीय राजदूत की आपत्ति के बाद चीन में शंघाई के मसाला आर्ट रेस्टोरेंट्स से हटवा दिया है।
पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां की आपत्ति के बाद चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने शंघाई में कौंसलेट जनरल ऑफ इंडिया द्वारा रेस्टोरेंट्स के मालिक को तलब कर यह कार्रवाई अमल में लाई।
रेस्तरां के मालिक ने शाही खानदान की भावनाएं आहत किए जाने के लिए खेद व्यक्त किया है और भविष्य में कभी भी ऐसा न करने का आश्वासन भी दिया है। मेहरुन्निसा खान रामपुर के शासक रहे नवाब रजा अली खां की पुत्री है।
मिस्री ने पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां द्वारा 10 जून को भेजे गए पत्र का जवाब 12 जून को भेजा है। पूर्व मंत्री के पीआरओ काशिफ खां ने बताया है कि शुक्रवार को देर रात राजदूत का पत्र ई-मेल के माध्यम से प्राप्त हुआ है। इस पत्र में चीन में भारत के राजदूत ने नवाबजादी मेहरुन्निसा खान की तस्वीर मेन्यू कार्ड पर छापे जाने को लेकर नवाब काजिम अली खां द्वारा दर्ज कराई गई आपत्ति पर की गई कार्रवाई से अवगत कराया है।
राजदूत के पत्र में लिखा है कि शंघाई में हमारे कौंसल जनरल ने तुरंत रेस्तरां के मालिक को तलब कर यह मामला उठाया। रेस्तरां मालिक ने पुष्टि की है कि इन मेन्यू कार्ड्स को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया गया है और आगे भी इसका कोई और उपयोग नहीं किया जाएगा। साथ ही रेस्तरां मालिक ने शाही परिवार की भावनाएं आहत किए जाने के लिए खेद भी जताया है।
नवाब काजिम अली खां ने चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री द्वारा इस मामले में अविलंब कार्रवाई किए जाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया है। राजदूत और शंघाई में भारत के महावाणिज्यदूत अनिल कुमार राय द्वारा लिए गए एक्शन से वह संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि शंघाई के मसाला आर्ट रेस्टोरेंट्स के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए वह अपनी लीगल टीम से बातचीत कर निर्णय लेंगे।