उदयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि सरकार बनाने के लिए कांग्रेस की बूथ पर जीत जरुरी है।
पांडे गुरुवार को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा संभागीय स्तर पर आयोजित मेरा बूथ, मेरा गौरव कार्यक्रम सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता बूथ पर जाकर राज्य में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा जनहित में बनाई गई लोक कल्याणकारी नीतियों एवं वर्तमान वसुंधरा राजे के तानाशाही शासन एवं नीतियों के निर्णयों में अंतर पर चर्चा करके प्रभावी तरीके से आमजन को समझाएं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक के लिए कई नीतियां बनाकर क्रियान्वित की थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोगों से झूठे वादे किए जिससे आम जनमानस उनके बहकावे में आ गया हालांकि इसका नतीजा यह हुआ कि आज किसान, मजदूर, नौजवान एवं व्यापारी सभी वर्ग परेशान हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि जनता ने राज्य में भाजपा को 164 सीटें जीतकर जीतना बहुमत दिया इतिहास में इतना बहुमत किसी को नहीं मिला था। उन्होंने कहा कि जनता पूछना चाहती है कि जिस उम्मीद के साथ भाजपा को सत्ता की चाबी सौंपी थी उसके बदले सरकार ने हमें क्या दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य में साढ़े चौदह हजार स्कूले बंद कर दी। इस आदिवासी अंचल में पिछले वर्ष 14 बच्चों की कुपोषण से मौत हो गई। यही नहीं सौ से अधिक किसानों ने कर्ज के बोझ से परेशान होकर आत्महत्याएं की। बेरोजगार नौजवान सड़कों पर लाठियां खा रहे हैं। महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में दिनों दिन बढ़ोत्तरी हुई हैं।
पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आये दिन पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर राज्य को कर्जे में धकेलने के आरोप लगाती रही है। लेकिन श्रीमती राजे ने वर्ष 2013 में जब सत्ता संभाली थी उस समय राज्य पर एक लाख नौ हजार करोड़ रुपए का कर्जा था वर्तमान में यह कर्ज बढ़कर दो लाख 40 हजार करोड़ हो गया हैं।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वास्त किया कि जब राज्य में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो सभी कार्यकर्ताओं की इसमें भागीदारी होगी। बूथ पर खडा होने वाले जाबांज कार्यकर्ता धूप, बर्षा एवं भाजपा की गुण्डागर्दी से मुकाबला करता है उसके मान सम्मान की रक्षा करना मेरी जिम्मेदारी हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी के संबंध पायलट ने कहा कि उपचुनाव में शिकस्त खाने के बाद दुनिया की सबसे बडी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा को आज ऐसा कोई नेता नहीं मिल रहा हैं जो शहीद होना चाहता हैं।
उन्होंने कहा कि आज जो अध्यक्ष बनेगा छह माह बाद राज्य में भाजपा के हारने की जिम्मेदारी उस पर ही पडेगी। इसलिए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए कोई तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे यहां मुख्यमंत्री बदल दे लेकिन भाजपा की गाडी पटरी से उतर चुकी हैं तथा जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया हैं।