Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
पैनिक बटन के इस्तेमाल से बचा सकते है अपनी और अपनों की जान
होम Business Gadget पैनिक बटन के इस्तेमाल से बचा सकते है अपनी और अपनों की जान

पैनिक बटन के इस्तेमाल से बचा सकते है अपनी और अपनों की जान

0
पैनिक बटन के इस्तेमाल से बचा सकते है अपनी और अपनों की जान
पैनिक बटन के इस्तेमाल से बचा सकते है अपनी और अपनों की जान

राजस्थान: देश भर में हो रहे एक्सीडेंट्स और आपातकालीन स्थिति में तुरंत मदद मिलना आज भी कई बार संभव नहीं हो पता हैं।ऐसी ही कई मुश्किल परिस्तिथियों से निकलने के लिए , राजस्थान के रहने वाले मनीष मेहता ने एक एप का निर्माण किया है जो किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति में आपको जल्द से जल्द मदद दिला सकती है।एप के फाउंडर मनीष मेहता कहते है की परिवहन मंत्रालय के आंकड़ों के अनूसार देश में 1.5 लाख मौत सिर्फ सड़क हादसों के कारण होती हैं, ऐसे में अगर तुरंत मदद मिल जाये तो किसी की जान बचायी जा सकती है।

जयपुर आधारित ‘मेरापेशेंट‘ एप , केमिस्ट्स और डायग्नॉस्टिक्स केंद्र के लिए एक एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म है जहां वे अपने दवा का पर्चा अपलोड कर सकते हैं और अपनी दवाओं और टेस्टों के लिए सर्वोत्तम मूल्य पर उचित सेवा प्राप्त कर सकते हैं। इसी एप पर पेनिक बटन सुविधा भी है, जिसके जरिए इमरजेंसी के दौरान करीबी और प्रियजनों को चेतावनी भेजी जाती है और इस तरह उपयोगकर्ता को इमरजेंसी के हालात से उबरने में मदद मिलती है।

मौजूदा दौर में स्वास्थ्य सेवा की जरूरत बढ़ रही है और निदान व उपचार में सुधार और नए प्रयोगों के साथ स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की मांग और बढने की संभावना नजर आती है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने और मानवता की सेवा के उद्देश्य से कैमिस्ट्स और डायग्नोस्टिक्स सेंटर के एग्रीगेटर एप- ‘मेरापेशेंट‘ ने सिटी हेल्थ फेस्ट-2018 का आयोजन किया जिसके तहत जयपुर के 5000 युवाओं के स्वास्थ्य की जांच कि जा चुकी हैं। ‘मेरापेशेंट‘ एप के को दृ फाउंडर आलोक खण्डेलवाल कहते है कि ‘‘मेरापेशेंट‘ ने अपने इस अभियान को जयपुर में लाॅन्च किया है और इसके तहत जयपुर के विभिन्न काॅलेजोें और विश्वविद्यालयों में योजनाबद्ध तरीके से इसी तरह के मेगा हैल्थ चैकअप कैंप आयोजित किए जाएंगे और राजस्थान के 1 लाख युवाओं की स्वास्थ्य संबंधी जांच की जाएगी। इस पहल का सबसे प्रमुख उद्देश्य युवाओं में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता पैदा करना है। जांच को तकनीकी रूप से उन्नत बनाते हुए हम विद्यार्थियों का पंजीयन ‘मेरापेशेंट‘ एप पर कर रहे हैं, ताकि वे अपनी मेडिकल रिपोर्ट्स इस एप पर ही देख सकें।‘‘